गंगोत्री से हरिद्वार तक गंगा दशहरा की धूम, अवतरण दिवस पर निकाली गई झांकी में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु
गंगा दशहरा पर्व गंगोत्री धाम में धूमधाम से मनाया गया
देहरादून, 9 जून। गंगा दशहरा मतलब गंगा अवतरण पर मां गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री धाम में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गंगोत्री मंदिर समिति ने बड़े हर्षोल्लास के साथ राजा भगीरथ की मूर्ति को मां गंगा की डोली पर रखकर मंदिर परिसर से गंगा घाट तक झांकी निकाली। इसके बाद गंगा स्नान, त्रिशुक्त वैदिक मंत्रों, गंगा सहस्त्रनाम के साथ विधिवत रूप से मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना, हवन एवं आरती की गई। इस दौरान स्थानीय देव डोलियों सहित देश-विदेश से 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।गंगोत्री के साथ ही हरिद्वार में भी करीब 25 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। गंगा दशहरा स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद दान, मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की।
विशेष
आरती
और
भजन
संध्या
का
आयोजन
पौराणिक
मान्यता
है
कि
गंगा
दशहरा
के
दिन
मां
गंगा
धरती
पर
अवतरित
हुईं
थीं।
मां
गंगा
को
धरती
पर
लाने
के
लिए
राजा
भगीरथ
ने
वर्षों
तक
कठोर
तप
किया
था।
इस
पर्व
पर
गंगोत्री
धाम
में
विशेष
पूजा
आयोजन
किया
जाता
है।
साथ
ही
पूर्व
संध्या
पर
भी
विशेष
आरती
और
भजन
संध्या
का
आयोजन
किया
गया।
दशहरा
पर
राजा
भगीरथ
की
मूर्ति
का
विशेष
श्रृंगार
किया।
राजा
भगीरथ
की
डोली
को
गंगा
की
पवित्र
धारा
के
पास
ले
जाकर
विशेष
पूजा-अर्चना
की
गई।
इस
दौरान
कंडार
देवता
समेत
कई
देव
डोलियां
ने
गंगा
स्नान
किया।
जिनके
साथ
स्थानीय
श्रद्धालुओं
ने
भी
गंगा
में
डुबकी
लगाई।
गंगोत्री
धाम
के
तीर्थ
पुरोहित
राजेश
सेमवाल
ने
बताया
कि
गंगा
दशहरा
का
विशेष
धार्मिक
महत्व
है।
जिसको
लेकर
सभी
भक्तों
में
खासा
उत्साह
देखने
को
मिला।
मंदिर
समिति
के
अध्यक्ष
हरीश
सेमवाल
और
सचिव
सुरेश
सेमवाल
ने
इस
मौके
पर
विशेष
पूजा
अर्चना
की।
साथ
ही
सभी
के
स्वस्थ्य
और
उज्जवल
भविष्य
की
कामना
की।
जिस
तरह
से
दो
साल
से
कोविड
के
चलते
यात्रा
बंद
पड़ी
थी।
उसमें
इस
बार
कई
गुना
उत्साह
यात्रियों
में
देखने
को
मिल
रहा
है।
गंगोत्री
धाम
में
3
मई
से
अभी
तक
3,24,860
श्रद्धालु
दर्शन
कर
चुके
हैं।
हरिद्वार
में
भी
करीब
25
लाख
श्रद्धालुओं
ने
आस्था
की
डुबकी
लगाई
गंगोत्री
के
साथ
ही
हरिद्वार
में
भी
करीब
25
लाख
श्रद्धालुओं
ने
आस्था
की
डुबकी
लगाई
है।
गंगा
दशहरा
स्नान
पर्व
पर
श्रद्धालुओं
ने
गंगा
स्नान
करने
के
बाद
दान,
मंदिरों
में
जाकर
पूजा
अर्चना
की।
गंगा
दशहरा
स्नान
के
लिए
दिल्ली
एनसीआर,
उत्तर
प्रदेश,
राजस्थान,
पंजाब,
हरियाणा
और
हिमाचल
से
बड़ी
संख्या
में
श्रद्धालु
हरिद्वार
पहुंचे
थे।
सुबह
चार
बजे
से
हरकी
पैड़ी
ब्रह्मकुंड
पर
श्रद्धालुओं
ने
स्नान
शुरू
कर
दिया
था।
हरकी
पैड़ी
के
अलावा
सुभाष
घाट,
मालवीय
घाट,
नाईसोता
घाट,
बिरला
घाट
और
सीसीआर
टॉवर
के
निकट
घाट
पर
भी
जबरदस्त
भीड़
रही।
इस
दौरान
पुलिस
भी
मुस्तैद
नजर
आई।
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
ने
भी
हरिद्वार
पहुंचकर
गंगा
पूजा
अर्चना
की।
मुख्यमंत्री
धामी
ने
गुरुवार
को
कनखल
स्थित
शंकराचार्य
आश्रम
में
जगत्गुरू
शंकराचार्य
राजराजेश्वराश्रम
से
शिष्टाचार
भेंट
की
तथा
उनका
आशीर्वाद
प्राप्त
किया।
मुख्यमंत्री
इसके
बाद
ओम
घाट
पहुंचे,
जहां
उन्होंने
पंचस्नान
किया
और
देश
व
प्रदेश
की
सुख-समृद्धि
की
कामना
करते
हुये
मां
गंगा
से
आशीर्वाद
लिया।