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फिल्म ‘सात उचक्के’ की तर्ज पर लोगों की संपत्ति हड़पने वाले गैंगस्टर यशपाल तोमर की पढ़िए पूरी कहानी

लोगों की संपत्ति हड़पने वाले गैंगस्टर यशपाल तोमर पर शिकंजा कसा

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देहरादून, 19 अप्रैल। ​फिल्म 'सात उचक्के' की तर्ज पर लोगों की संपत्ति हड़पने वाले गैंगस्टर यशपाल तोमर पर उत्तराखंड एसटीएफ ने शिकंजा कसा है। कोर्ट के आदेश पर बागपत और दिल्ली में उससे संबंधित 153 करोड़ रुपये की चल एवं अचल संपत्ति कुर्क की गई है। जिसमें कई लग्जरी गाड़ियां शामिल हैं। गैंगस्टर यशपाल तोमर बॉलीवुड की फिल्म 'सात उचक्के' से काफी मिलती-जुलती है। फिल्म का किरदार किसी की संपत्ति हड़पने के लिए पहले दबाव बनाता है। फिर उसे झूठे मुकदमों में जेल भिजवा देता है। इसके बाद पुलिस के सामने इस तरह से कहानी प्रस्तुत करता है कि वह तथ्यों के आधार पर एकदम सच लगे।

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तोमर मूल रूप से बागपत का रहने वाला

तोमर मूल रूप से बागपत का रहने वाला

तोमर मूल रूप से बागपत का रहने वाला है। वह पेशे से किसान था और परिवार में पांच भाइयों के पास केवल नौ बीघा जमीन थी। यशपाल के हिस्से में दो बीघे से भी कम। इसके बाद उसने रसूखदारों के साथ मिलकर ऐसा खेल खेला कि सैकड़ों करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया। 20 साल पहले गैंगस्टर यशपाल तोमर का गुनाहों का सफर 2002 में शुरू हुआ था। तब उसके खिलाफ पुलिस के ऊपर जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसने कुल 28 लोगों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए हैं।

हरिद्वार और अन्य जिलों में 13 मुकदमे दर्ज

हरिद्वार और अन्य जिलों में 13 मुकदमे दर्ज

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यशपाल तोमर के खिलाफ हरिद्वार और अन्य जिलों में 13 मुकदमे दर्ज हैं। ज्यादातर मामले लोगों की संपत्तियां हड़पने से संबंधित हैं। आरोप है कि वह लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराता था। इसके बाद समझौता कराने के नाम पर उनकी संपत्तियां औने-पौने दाम पर खरीद लेता था। जिससे उसने करोड़ों रूपए कमा लिए थे। एसटीएफ की सिफारिश पर यशपाल तोमर के खिलाफ ज्वालापुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वर्तमान में तोमर रोशनाबाद जेल में बंद है। अब डीएम हरिद्वार के आदेश पर उसकी चल-अचल संपत्ति को कुर्क किया गया है। यशपाल के खिलाफ मेरठ के ब्रह्मपुरी थाने में भी मुकदमा दर्ज है। यूपी एसटीएफ मामले की जांच कर रही है। चिटेहरा गांव की भूमि मामले में गौतमबुद्ध नगर के एडीएम जांच कर रहे हैं। यशपाल तोमर ने अर्जित अवैध धन को वैध बनाने के लिए आर्यनवीर एग्रो फूड प्रा.लि. नाम से कंपनी बनाई थी। इसमें उसकी पत्नी अंजना और सफाई कर्मी करमबीर सिंह निदेशक हैं। करमबीर बीपीएल कार्ड धारक है। इस कंपनी का आय-व्यय का कोई लेखाजोखा नहीं है। तोमर ने अपने चार पहिया कीमती वाहन की चोरी की झूठी रिपोर्ट यूपी व दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज कराकर इंश्योरेंस कंपनियों से भी पैसे लिए हैं। यशपाल तोमर का नाम पिछले साल हरिद्वार के एक बड़े व्यापारी की संपत्ति हड़पने में सामने आया था। उसे तोमर ने धमकी भी दी थी। मामला ज्वालापुर कोतवाली में दर्ज किया गया था।

वर्ष 2002 से शुरू हुआ सफर, जेल में बनाया नेटवर्क

वर्ष 2002 से शुरू हुआ सफर, जेल में बनाया नेटवर्क

सबसे पहले यशपाल तोमर वर्ष 2002 में थाना कोतवाली हरिद्वार से पुलिस पर जानलेवा हमला करने, अवैध हथियार रखने व धोखाधडी के जुर्म में गिरफ्तार हुआ था और जेल में रहकर उसने अपना नेटवर्क स्थापित किया इसके बाद वर्ष 2004 में हरिद्वार के एक व्यापारी के विरूद्ध थाना सरसावा व साहिबाबाद थाने में अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण व बलात्कार का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया जिस मुकदमें की आड़ में उस पर समझौते का दबाव बनाकर उसकी भूपतवाला स्थित करोडो की जमीन को औने पौने दाम में खरीद अपने सहयोगी के नाम पर करा लिया। इसके बाद यशपाल तोमर ने यही मोडस अपरेन्डी का यूज करते हुये इस प्रकार के अपराध करने के लिये एक बड़ा नेटवर्क स्थापित कर लिया। उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, पंजाब और राजस्थान राज्य के विभिन्न थानो में अलग-अलग भोले-भाले व्यापारियों,किसानो के विरूद्ध काल्पनिक स्टोरी बनाकर संगीन धाराओं जैसे बलात्कार, जान से मारने का प्रयास, छेडछाड, चोरी आदि के विभिन्न मुकदमें पंजीकृत कराये गये। इसके गैंग में सहयोगी के रूप में कई अन्य पुरूष व महिलायें भी शामिल हैं। महिलायें तोमर की प्लानिंग के अनुसार बलात्कार और छेड़खानी के अभियोग दर्ज कराया करती थी बाद में इन मुकदमों की आड़ में यशपाल तोमर समझौते के नाम पर उनसे उनकी सम्पत्ति को हासिल कर लेता था।

अटेचमेंट की गई संपत्ति-

  • ग्राम चिटेहरा, दादरी, जीबीनगर में 10 भू-सम्पत्ति 1.3736 हेक्टयेर अनुमानित कीमत करीब 63 करोड रूपये। ससुर ज्ञान चन्द के नाम से
  • दिल्ली, लोनी गाजियाबाद व ग्राम बरवाला जनपद बागपत में 03 भू-सम्पत्ति, 4188.33 वर्ग गज, 130.05 स्क.मीटर करीब 16 करोड रूपये की सम्पत्ति अंजना तोमर के नाम से
  • हरिद्वार में करीब 2.455 हेक्टयेर भूमि कीमत करीब 72 करोड रूपये साले अरूण कुमार के नाम से
  • ग्राम रमाला जनपद बागपत में 02 भू-सम्पत्ति करीब 12.477 हेक्टयेर, 148.61 वर्ग गज कीमत करीब 98 लाख रूपये भाई नरेश के नाम से
  • ग्राम रमाला जनपद बागपत में 01 भू-सम्पत्ति करीब 472.50 वर्ग गज कीमत करीब 20 लाख रूपये भाई आमबीर के नाम से

वाहन-

  • र्फाच्यूनर (बुलेट प्रुफ) , इनोवा, विंगर आदि 08 वाहन
  • कीमत करीब सवा करोड़ परिवार वालों के नाम

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English summary
full story of gangster Yashpal Tomar, who grabbed people's property on the lines of the film 'Saat Uchkke'
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