पहाड़ों की रानी मसूरी को संवारने के लिए धामी सरकार की प्लानिंग, सड़कें होंगी चकाचक सफर होगा सुहाना, जानिए कैसे
मसूरी में जाम और प्रदूषण की समस्या को देखते हुए खास योजना
देहरादून, 17 जून। उत्तराखंड में सबसे ज्यादा मसूरी में पर्यटक पहुंचते हैं। जहां देश-विदेश से सैलानी साल भर घूमने आते हैंं। लेकिन पहाड़ी रास्ता होने के कारण मसूरी देहरादून मार्ग पर अक्सर जाम की शिकायत रहती है। इसके साथ ही पर्यटकों की आवाजाही से प्रदूषण भी बड़ी समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में राज्य सरकार ने इस बार बजट में मसूरी पर खास फोकस किया है। इसके लिए बजट में भी अलग से प्रावधान किया गया है। इससे मसूरी की सड़कों के अलावा इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए बजट में खास जगह दी गई है।
1750 करोड़ रुपये खर्च होंगे योजना पर
उत्तराखंड में सबसे बेस्ट डेस्टिनेशन में मसूरी सबसे अहम जगह है। जो कि पहाड़ों की रानी कही जाती है। मसूरी को डेवलप करने के लिए सरकार लगातार नई पहल कर रही है। जिसमें जाम और इन्फ्रास्ट्रक्चर सबसे पहला फोकस है। विधानसभा में बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने बताया कि डेवलपमेंट ऑफ बेस्ट इन क्लास ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर इन देहरादून एंड मसूरी परियोजना पर 1750 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। केंद्र सरकार की ओर से डेवलपमेंट ऑफ बेस्ट इन क्लास ट्रांसपोर्ट इन्फ्राट्रक्चर इन देहरादून एंड मसूरी परियोजना को मंजूरी दी है। परियोजना के तहत देहरादून से मसूरी के बीच कार्बन फुटप्रिंट कम करने के उद्देश्य से सड़कों का चौड़ीकरण करने के साथ ही इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। इससे जहां एक तरफ जाम से निजात मिलेगा, वहीं प्रदूषण भी कंट्रोल होगा। मसूरी रूट पर एसी बसों का संचालन किया जाएगा। माना जा रहा है इस इस रूट पर 50 बसों का संचालन किया जाएगा।
2019 में हो चुका है ट्रायल
उत्तराखंड में अब तक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करवाना परिवहन विभाग के लिए आसान नहीं है। 2019 में उत्तराखंड परिवहन निगम की ओर से राजधानी दून से लेकर पहाड़ों की रानी मसूरी व हल्द्वानी से लेकर नैनीताल तक 25-25 इलेक्ट्रिक बसें संचालित करने की योजना बनायी गई। दोनों मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का ट्रायल भी हुआ। इसके बाद बसों की उपलब्धता के लिए टेंडर भी कराए गए, लेकिन सिर्फ एक ही कंपनी का टेंडर आने के कारण प्रक्रिया टल गई है। इस तरह इस योजना को परवान चढ़ाने के लिए विभाग को खासा मेहनत करनी होगी।
बजट
में
पर्यटन
पर
खासा
फोकस
बजट
में
सरकार
ने
पर्यटन
पर
खासा
फोकस
किया
है।
जो
कि
राज्य
की
आर्थिकी
की
रीढ़
मानी
जाती
है।
इसके
लिए
देश-विदेश
से
आने
वाले
पर्यटकों
के
साथ
ही
स्थानीय
लोगों
को
बेहतर
हवाई
यात्रा
को
लेकर
भी
सरकार
ने
प्लानिंग
की
है।
इसके
लिए
सहस्रधारा
और
मसूरी
में
हेलीपोर्ट
बनाने
की
तैयारी
है।
बजट
में
इसका
भी
प्रावधान
किया
गया
है।
वित्त
मंत्री
ने
बजट
में
दून
और
मसूरी
को
लेकर
कई
योजनाओं
की
घोषणा
की
हैं।
इसके
साथ
ही
केंद्र
सरकार
की
ओर
से
अर्बन
इंफ्रास्ट्रक्चर
डेवलपमेंट
इन
सेकेंडरी
सिटी
परियोजना
के
तहत
राज्य
के
दो
दर्जन
से
अधिक
शहरों
को
शहरों
में
बेहतर
इंफ्रास्ट्रक्चर
विकसित
करने
के
साथ
ही
लोगों
को
आधुनिक
सुविधाएं
मुहैया
कराने
को
लेकर
अर्बन
इन्फ्राट्रक्चर
डेवलपमेंट
इन
सेकेंडरी
टाउन
योजना
लागू
की
गई
है।
योजना
के
तहत
इन
शहरों
में
तमाम
बुनियादी
सुविधाओं
को
का
विकास
किया
जाएगा।
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