Char Dham Yatra: श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड पहुंचा 18 लाख पार, स्लॉट के लिए अब 10 दिन का इंतजार
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का आंकड़ा 18 लाख पार
देहरादून, 10 जून। चारधाम यात्रा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 18 लाख को पार कर चुका है। इधर चारधाम यात्रा के लिए अगले 10 दिनों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण बंद हो गए हैं। केदारनाथ धाम के लिए 20 जून के बाद स्लॉट उपलब्ध होगा। गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए 18 जून और बद्रीनाथ के लिए 15 जून के बाद स्लॉट मिल सकता है। अब तक 30 लाख श्रद्धालु चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
बद्रीनाथ
में
अब
तक
618312
तीर्थयात्री
पहुंच
चुके
3
मई
से
चारधाम
यात्रा
शुरू
हुई
थी।
इस
तरह
यात्रा
को
एक
माह
से
अधिक
का
समय
हो
गया
है।
बद्रीनाथ
धाम
में
कपाट
खुलने
की
तिथि
8
मई
से
अब
तक
618312
तीर्थयात्री
पहुंच
चुके
हैं।
इसी
तरह
केदारनाथ
धाम
में
598590
तीर्थयात्री
पहुंचे
हैं,
इसमें
61273
तीर्थयात्री
हेलीसेवा
के
जरिए
पहुंचे
है।
गंगोत्री
धाम
में
अब
तक
333909
और
यमुनोत्री
धाम
में
250398
तीर्थयात्री
पहुंच
चुके
हैं।
कपाट
खुलने
की
तिथि
22
मई
से
अब
तक
गुरूद्वारा
हेमकुंट
साहिब
पहुंचे
तीर्थ
यात्रियों
की
संख्या
63124
रही
है।
मौत
का
आंकड़ा
155
पहुंचा
इधर
यात्रा
के
दौरान
मौत
का
आंकड़ा
155
पहुंच
गया
है।
गुरुवार
को
भी
केदारनाथ
और
यमुनोत्री
में
तीन-तीन
श्रद्धालुओं
ने
हृदयाघात
आने
से
दम
तोड़
दिया।
इसके
साथ
केदारनाथ
में
अब
तक
70
और
यमुनोत्री
में
37
श्रद्धालुओं
की
मौत
हृदयाघात
से
हो
चुकी
है।
जबकि,
ऋषिकेश
समेत
चारों
धाम
में
यह
संख्या
155
पहुंच
गई
है।
केदारनाथ
यात्रा
मार्ग
में
अभी
तक
140
पशुओं
की
मृत्यु
पशुपालन
विभाग
के
सचिव
डॉ.
वी.वी.आर.सी
पुरुषोत्तम
ने
बताया
कि
केदारनाथ
धाम
यात्रा
मार्ग
में
हो
रही
पशुओं
की
मृत्यु
पर
विभाग
पूरी
तरह
से
गंभीर
है।
उन्होंने
जानकारी
दी
कि
पशुपालन
विभाग
यात्रा
मार्ग
पर
निरंतर
स्थिति
का
निरीक्षण
कर
रहा
है।
विभाग
द्वारा
पशुओं
को
निरंतर
चिकित्सा
एवं
उनके
मालिकों
को
सुविधाएं
प्रदान
की
जा
रही
है।
उन्होंने
जानकारी
दी
की
केदारनाथ
यात्रा
मार्ग
में
अभी
तक
140
पशुओं
की
मृत्यु
हुई
है।
विभाग
द्वारा
अभी
तक
6880
पशुओं
का
निरीक्षण
किया
गया
है।
जिनमें
1804
पशुओं
को
चिकित्सा
प्रदान
की
गई
है।
तथा
118
पशुओं
को
यात्रा
हेतु
अयोग्य
पाया
गया।
इसके
साथ
ही
91
पशु
मालिकों
के
चालान
भी
किए
गए
हैं।
411
पशुओं
को
यात्रा
प्रतिभाग
से
ब्लॉक
भी
किया
गया
तथा
09
एफ
आई
आर
भी
दर्ज़
की
गई
है।
साथ
ही
निरंतर
पानी
की
चारियों
की
सफाई
व्यवस्था
की
जा
रही
है।