चमोली एक्सीडेंट: सामने जानवर देख लगाया ब्रेक तो खाई में समा गई गाड़ी, टायर के नीचे पत्थर भी नहीं बचा पाया जान
चमोली एक्सीडेंट: गहरी खाई में गिरने से 12 लोगों की मौत
उत्तराखंड के चमोली जिले में मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर उर्गम घाटी में ओवरलोडिंग वाहन के 500 मीटर गहरी खाई में गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई। जिनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हादसे से पहले रास्ते में एक जानवर आ गया था, जिस वजह से ड्राइवर ने ब्रेक मारा और फिर गाड़ी पीछे चली गई। कुछ यात्री नीचे उतरकर टायर के नीचे पत्थर रखकर गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन हादसा होने से नहीं रोक पाए। जिसके बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई।
10 सीटर वाहन में क्षमता से ज्यादा लोग बैठे थे
जोशीमठ से सवारी लेकर किमाणा गांव जा रहा वाहन शुक्रवार को करीब 3:30 बजे पल्ला गांव के पास चढ़ाई पर अचानक खच्चर आ जाने से ड्राइवर को ब्रेक लगाना पड़ा। 10 सीटर वाहन में क्षमता से ज्यादा लोग बैठे थे, सवारियां अंदर, बाहर खचाखच भरी थी। गाड़ी पहले से ही ओवरलोडेड थी। जैसे ही ड्राइवर ने ब्रेक मारा तो गाड़ी पीछे जाने लगी। इस बीच 3 सवारियों ने उतरकर टायर के नीचे पत्थर भी रखा, लेकिन ड्राइवर का गाड़ी से नियंत्रण हट गया और गाड़ी 500 मीटर खाई में जा गिरी। 3 लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई।
रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला
खाई में गिरने से मैक्स के परखच्चे उड़ गए। सड़क पर काम कर रहे मजदूरों ने हादसे की सूचना गांव के लोगों तक पहुंचाई। जिसके बाद ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में भी सहायता की। जो कि रात तक घटनास्थल पर डटे रहे। हादसे के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में डेढ़ घंटे लगे। रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। देर शाम तक 12 लोगों के शव निकाल लिए गए। तीनों घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उर्गम लाया गया है।
रेस्क्यू में लगे जवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा
मृतकों के शव खाई से निकालने के लिए एनडीआरएफ के 15 जवान और एसडीआरएफ की दो टुकड़ी यानी 16 जवानों को तैनात किया गया। क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के बावजूद खाई से शवों को निकालने के लिए रेस्क्यू में लगे जवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
12 लोगों की मौत, मृतकों में दो सगे भाई और एक दंपति भी शामिल
हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई और एक दंपति भी शामिल थे। घटना में कलगोठ गांव के 5 लोगों की मौत हुई। हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। जैसे ही गांव में घटना होने की सूचना पहुंची परिजन दुर्घटना स्थल की और दौड़ पड़े। हर तरफ चीख पुकार मच गई। चमोली का ये हादसा इस साल हुए 3 बड़े सड़क हादसों में से एक है। ग्यारह किलोमीटर लंबी उर्गम.पल्ला जखोला सड़क वर्ष 2020 से निर्माणाधीन है। इन दिनों नौ किलोमीटर पर स्थित उछों ग्वाड़ गांव के समीप सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा है।
सरकारी सिस्टम पर एक बार फिर सवाल खड़े
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए। साथ ही दुर्घटना में घायलों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। पहाड़ में एक बार फिर सड़क हादसे में 12 लोगों ने जान गंवा दी। जिससे सरकारी सिस्टम पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। निर्माणाधीन सड़कों पर जिस तरह से बिना रोक टोक के वाहन दौड़ रहे हैं। उसको लेकर संबंधित विभागों की जबावदेही पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं।