पीएम मोदी से पहले पूर्व सीएम हरीश रावत पहुंचे केदारनाथ, सामने आई केदारनाथ जाने की असली वजह
पीएम मोदी से पहले पूर्व सीएम हरीश रावत पहुंचे केदारनाथ
देहरादून, 27 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को केदारनाथ दौरे पर आने वाले हैं। इसको लेकर सरकार ने तैयारियां शुरु कर दी है। खुद मुख्यमंत्री पीएम के दौरे की तैयारियों का जायजा लेने केदारनाथ जाएंगे। ऐसे में एक बार फिर केदारनाथ को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। इधर पीएम के दौरे से ठीक पहले पूर्व सीएम हरीश रावत ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन, पूजा और आशीर्वाद लिया। हरीश रावत ने केदारनाथ से लौटने के बाद सोशल मीडिया में पोस्ट किया कि उन्होंने 2022 में विजय का आशीर्वाद मांगा है। साथ ही मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद मांगा है।
आपदा में किए गए कार्यों का किया जिक्र
2013 में केदारनाथ में आई आपदा के बाद केदारनाथ में पुर्ननिर्माण का काम शुरू हुआ। जिस दौरान हरीश रावत के मुख्यमंत्री का कार्यकाल था। उस समय केदारनाथ में पुर्ननिर्माण कार्य करवाया गया। भाजपा की सरकार आने के बाद 2017 में केदारनाथ के पुर्ननिर्माण के कार्य को पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में जोड़ा गया। अब पीएम मोदी पुर्ननिर्माण के कार्य का लोकार्पण और शिलान्यास करने आ रहे हैं। जो कि 5 नवबंर को होना है। इससे पहले पूर्व सीएम हरीश रावत केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे। हरीश रावत ने केदारनाथ पहुंचकर अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए कार्यों का जिक्र किया। इस दौरान हरीश रावत बाबा केदार की धुनी में रंगे हुए नजर आए।
देवस्थानम बोर्ड भंग हो
हरीश रावत ने तीर्थपुरोहितों से भेंटकर उनकी समस्याएं भी सुनीं। तीर्थपुरोहितों ने उन्हें देवस्थानम बोर्ड समेत आपदा के बाद से उनके हितों की अनदेखी समेत अन्य कई समस्याओं का जिक्र किया। देवस्थानम बोर्ड को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि उनकी तरफ से देवस्थानम बोर्ड भंग है। आगामी विस चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आई तो इसे पहले ही दिन भंग कर यात्रा की पूर्व व्यवस्था की जाएगी। वे अपने अधूरे संकल्पों को पूरा करेंगे। उन्होंने केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों से कहा कि वे एकजुट होकर एक्ट वापस लेने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर सांकेतिक प्रदर्शन भी करें। साथ ही उन्होंने केदारनाथ में यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर भी नाराजगी जताई।
मुख्यमंत्री बनने की जताई इच्छा
हरीश रावत ने अपने केदारनाथ दौरे को लेकर कहा कि मैंने केदारनाथ जी से विजय का आशीर्वाद मांगा और साथ-साथ मैंने भगवान केदारनाथ जी से यह भी प्रार्थना की कि केदार बाबा में 2014 से 2017 के कुछ समय तक अपने कार्यकाल के दौरान जो कुछ उत्तराखंड के लिए कर पाया वो कई क्षेत्रों में अभूतपूर्व था। में इस बार पहले से और अच्छा काम कर सकूं इसीलिये मुझे मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दीजिए। यदि मैं अपनी परफॉर्मेंस को दोहराकर के उसमें सुधार न कर सकूं तो फिर सबकी चाहत हरीश रावत ही बने रहने दीजियेगा, मेरे लिए वही आशीर्वाद काफी है। हरीश रावत ने अपने नृत्य को लेकर कहा कि में एक राजनैतिक नृतक हूंं। अवसर मिलेगा तो नृत्य करना मेरा स्वभाव है और हर नृत्य केदार बाबा आपको समर्पित होता है। आपका आशीर्वाद रहेगा तो मैं हर उस भूमिका में बेहतर करने की कोशिश करूंगा जो भूमिका आपकी कृपा से मुझे प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि मैंने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी से लेकर ब्लॉक प्रमुख, युवक कांग्रेस व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, सांसद, युवक कांग्रेस व कांग्रेस के महामंत्री, सेवादल व मजदूर संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राज्यसभा सदस्य, केंद्रीय राज्य मंत्री, मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर हर बार अच्छा काम किया है, ए.आई.सी.सी. के जनरल सेक्रेटरी के तौर पर भी मेरे नेतृत्व ने मेरे काम की प्रशंसा की है। इस बार फिर मेरा इम्तिहान है, इस इम्तिहान में मैं तभी पास होना चाहूंगा जब मैं राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले के कार्यकाल से और अच्छा काम कर सकूं अन्यथा महाप्रभु आपने जो कुछ दे दिया है, वह भी मेरी योग्यता से अधिक है, मैं उसी को लेकर संतुष्ट हूंँ। मुझे अब पद केवल पद के लिए नहीं चाहिए, कुछ ऐसा कर दिखाने के लिए चाहिए ताकि मैं आगे आने वाले लोगों के लिए जनसेवा और विकास का एक उच्च मापदंड स्थापित कर सकूं।