चंद्रसेन टपलू के निधन के बाद आगरा छावनी से उनकी पत्नी को सपा टिकट!
चंद्रसेन टपलू के विधायक बनने का सपना पूरा करने के लिए उनकी बीवी ममता टपलू यूपी के चुनावी रण में उतरेंगी।
आगरा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित होने के साथ ही आगरा छावनी विधानसभा से प्रत्याशी का चयन करना अब समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किल नहीं होगा। यहां से घोषित प्रत्याशी चन्द्रसेन टपलू के निधन के बाद खाली पड़ी सीट पर जल्द ही उनकी पत्नी ममता टपलू के नाम पर मोहर लग सकती हैं। दिवंगत पति की जगह पर अब उनकी पत्नी चुनावी अखाड़े में उतरेगी। टपलू के विधायक बनने का सपना अब उनकी पत्नी ममता टपलू पूरा करेगी। इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि टपलू के बाद उनकी पत्नी चुनाव लड़ने पर सहमत होगी या नहीं। गुरुवार को इस चर्चा पर विराम लग गया है। Read Also: उत्तर प्रदेश चुनाव में ड्यूटी छोड़कर पत्नी को जिताने में जुटे हैं सरकारी अफसर
टपलू की पत्नी ममता ने चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दे दी है। चन्द्रसेन टपलू का नाम शिवपाल यादव और अखिलेश यादव दोनों की सूची में था। बुधवार को फतेहाबाद रोड स्थित चन्द्रसेन टपलू के आवास पर बुलाई गई एक बैठक में उनके पुत्र कुनाल टपलू ने चुनाव लड़ने की घोषणा की। बैठक में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस घोषणा के साथ ही टपलू के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। कल टपलू के घर हुई बैठक में सभी ने ममता टपलू के लिए जी जान से मेहनत कर उन्हें जिताने का संकल्प लिया। टपलू परिवार के इस निर्णय को पार्टी हाईकमान तक प्रस्ताव के रूप में जल्द भेजने की उम्मीद जताई जा रही है। माना जा रहा है कि हाईकमान जल्द ही इस निर्णय पर अपनी सहमति देकर ममता टपलू को चुनावी मैदान में उतारेगा।
पिछले साल 29 दिसंबर को चन्द्रसेन टपलू का निधन हृदयाघात से हो गया था। टपलू समाजवादी पार्टी से छावनी विधानसभा से प्रत्याशी बनाये गए थे। इससे पूर्व भी वह इसी विधानसभा से चुनाव लड़े थे। हालांकि चुनाव हारने के बाद भी टपलू सपा के लिए एक बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीसरे स्थान पर रहे थे। चन्द्रसेन टपलू के विकास कार्यो के चलते उनकी छवि एक मेहनती और कर्मठ नेता के रूप में थी। स्थानीय स्तर पर यही कोशिश की जा रही थी की चन्द्रसेन टपलू की पत्नी को चुनाव लड़ाया जाए। इसके लिए उनकी पत्नी की सहमति लेना भी आवश्यक था। चन्द्रसेन टपलू के पुत्र कुनाल टपलू ने कहा, 'उनके पिता ने हमेशा जनता के कामों को ही महत्व दिया। छावनी विधानसभा के हर मोहल्ले और गलियों में जमकर विकास कराये। पिता की यही कोशिश रहती थी की कोई भी उनके दरबार से खाली हाथ न जाए। वह जनप्रधिनिधि बनकर गरीब व बेसहारों का सहारा बनना चाहते थे। यदि पार्टी ने टिकट और जनता ने साथ दिया तो पापा के इस सपने को अब उनकी मां ममता टपलू पूरा करेगी।' Read Also: ओपिनियन पोल: पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सरकार बना रही भाजपा