Raghuraj Singh Shakya: कौन हैं रघुराज सिंह शाक्य, जो भाजपा के टिकट से सपा के गढ़ में डिंपल यादव को देंगे टक्कर
Raghuraj Singh Shakya: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई है। इस सीट पर अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की ओर से मैदान में हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने डिंपल यादव के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया है। रघुराज सिंह की बात करें तो उनकी उम्र 58 वर्ष है और वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य भी हैं।
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भाजपा में आने से पहले थे सपा में
बता दें कि रघुराज सिंह मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के इटावा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। जिस तरह से समाजवादी पार्टी के भीतर विवाद शुरू हुआ था उसके बाद 27 जनवरी 2017 को रघुराज सिंह ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुलायम सिंह यादव का अपमान हो रहा है, अखिलेश यादव ने उन्हें अपमानित किया है। इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया था। रघुराज सिंह शाक्य ने 7 फरवरी 2022 को भाजपा का हाथ थाम लिया था। भाजपा में शामिल होने से पहले वह कुछ समय के लिए शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा में रहे और प्रदेश के उपाध्यक्ष का पद संभाला।
सांसद और विधायक रह चुके हैं
रघुराज सिंह शाक्य 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी के सांसद भी रह चुके हैं। वह इटावा से सांसद थे। रघुराज सिंह शाक्य 2012 से उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य हैं। 2012 में वह समाजवाटी पार्टी के टिकट पर इटावा से विधायक चुने गए थे। 2012 में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र सिंह राजपूत को 6264 वोटों से हराया था। हालांकि जिस तरह से मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट से वह भाजपा के टिकट पर उपचुनाव में मैदान में उतरे हैं उसको लेकर विपक्षी उनपर सवाल खड़े कर रहे हैं। लेकिन शाक्य का कहना है कि जनता से बड़ी कोई अदालत नहीं है।
शाक्य समाज के कद्दावर नेता
रघुराज सिंह शाक्य को शाक्य समाज का कद्दावर नेता माना जाता है। शाक्य का कहना है कि मैं गरीब किसान का बेटा हूं और यहां की जनता गरीब किसान के बेटे को जिताने का काम करेगी। मैं आम लोगों की लड़ाई लड़ने का काम करूंगा। मैनपुरी सपा का गढ़ है, इसपर उन्होंने कहा कि जनता से बड़ी कोई अदालत नहीं होती है। जनता जब फैसला लेती है तो अच्छे-अच्छे गढ़ खत्म हो जाते हैं। मैनपुरी की जनता परिवर्तन चाहती है। मैनपुरी उपचुनाव में परिवर्तन होगा।
खुद को बताया मुलायम का सेवक
मुलायम सिंह बड़े नेता थे, उनके बाद समाजवादी पार्टी में कोई नेता नहीं है। मैं भी उनका सेवक हूं। मुलायम सिंह जी पर हमारा भी अधिकार है। मैं भाजपा को बधाई देता हूं उन्होंने मुझे सेवा के लायक समझा है। राजा उन्ही के परिवार में पैदा होंगे, इसी के तो हम खिलाफ हैं। विधानसभा का चुनाव वो लड़ेंगे, लोकसभा का चुनाव वो लड़ेंगे। उनके परिवार के अलावा यादव और भी तो थे, उन्हें कुछ दिखाई नहीं देते हैं। मैं जनता के बीच में हूं, गांव में हूं। अखिलेश जी ने तो कहा था कि डिंपल को कभी चुनाव नहीं लड़ाएंगे, इनकी कथनी-करनी में अंतर है।