अब राष्ट्रपति ने लगाई मुहर, यूपी ही देता है देश को पीएम
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 'एक जिला-एक उत्पाद' के तहत कई एमओयू पर साइन किए गए। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मजूद रहे। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कभी अपना स्थापना दिवस नहीं मनाया था। हमने पहली बार स्थापना दिवस मनाने का कार्य किया। प्रदेश के विकास के लिए इस अवसर पर ठोस कदम उठाए जाएं इस लिए एक जनपद-एक उत्पाद योजना को लागू करने का फैसला किया गया है।
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कहा कि जनहित के लगातार काम करने के लिए मैं योगी जी की सरकार को बधाई देता हूं। आज जब मैं प्रदर्शनी को देखने गया, वहां 20 साल के अनुभवी उद्यमियों से बात की। उन्होंने कहा, 'बुंदेलखंड के बांदा की केन नदी के पत्थर की छवि देखते ही बनती है। यह देख मुझे अटल जी की याद आ गई। वो ये कहते थे कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है, जो इसकी खोज कर लेगा उसे पता चलेगा की उत्तर प्रदेश कितना संभावनाओं से भरा है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश से चुनाव जो लड़ता है उसे प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है। ऐसी है उत्तर प्रदेश की धरती ,उत्तर प्रदेश प्रतिभा वाला प्रदेश है।
22
करोड़
की
आबादी
को
आत्म
निर्भर
बनाना
था
चुनौती
सीएम
ने
कहा
कि
22
करोड़
की
आबादी
को
आत्म
निर्भर
बनाना
सबके
लिए
चुनौती
थी।
हमारी
सरकार
ने
इस
दिशा
में
प्रयास
किया।
सीएम
ने
कहा
कि
जब
हमने
मार्च,
2017
में
कार्य
आरंभ
किया
तो
उस
वक्त
उत्तर
प्रदेश
की
क्या
स्थिति
थी,
इस
बारे
में
बोलने
की
आवश्यकता
नहीं
है।
कम
समय
में
बेहतर
परिणाम
हर
क्षेत्र
में
लेकर
आना
है।
इसके
लिए
आवश्यक
था
कि
युवाओं
को
पलायन
से
रोका
जाए।
सीएम
ने
कहा
कि
एक
जनपद-एक
उत्पाद
योजना
के
तहत
स्टार्टअप
के
लिए
250
करोड़
रुपये
की
व्यवस्था
की
गई
है।
पहली बार एक साथ 75 जनपदों में लाभार्थियों को 1006 करोड़ रुपये के वित्तपोषण की व्यवस्था की जा रही है। सीएम ने कहा कि इस योजना के माध्यम से हर वर्ष 5 लाख नौजवानों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। युवा अपने घर, अपने गांव, अपने जनपद और अपने प्रदेश में रोजगार पाएं। हमें विश्वास है कि पलायन रुकेगा और प्रतिभा का प्रयोग प्रदेश में ही होगा। उत्तर प्रदेश अपनी परंपरागत छवि से उबरकर अपने उद्यम व पुरुषार्थ के माध्यम से देश में एक नई पहचान हासिल करेगा। इस दौरान एक जनपद-एक उत्पाद की कॉफी टेबल बुक का अनावरण हुआ है। इतना ही नहीं कई जनपदों के उत्पादों की मार्केटिंग व ब्रांडिंग की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।