PM के एजेंडे में UP:एक सप्ताह में दो बार आएंगे प्रधानमंत्री मोदी, काशी-बुंदेलखंड को देंगे बड़ी सौगात
लखनऊ, 5 जुलाई: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद अब पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की नजरें बड़े टारगेट पर टिकी हुई है। पीएम और सीएम के लिए बड़ा टास्क अगला आम चुनाव है जो 2024 में होगा। लोकसभा चुनाव में यूपी की क्या अहमियत है इसका अंदाजा पीएम को भी है। इसीलिए पीएम का फोकस हमेशा ही यूपी पर रहा है। इस बार वो एक सप्ताह में दो बार यूपी का दौरा करेंगे। सात जुलाई को जहां वो अपने संसदीय क्षेत्र काशी में कई योजनाओं का शुभारंभ करेंगे तो 12 जुलाई को पीएम मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को जनता को समर्पित करेंगे। ये एक्सप्रेस वे योगी सरकार का एक बड़ा प्रोजेक्ट है जिसके सहारे बीजेपी अगले आम चुनाव में बुंदेलखंड को साधने का प्रयास करेगी।
काशी को 1800 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर तैयारियों पर चर्चा करने के लिए काशी में भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में भाजपा के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की बैठक हुई। अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और कन्वेंशन सेंटर, काशी में शिक्षाविदों के एक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। वह सामुदायिक रसोई अक्षयपात्र का भी उद्घाटन करेंगे। यूपी बीजेपी के सह प्रभारी सुनील ओझा के मुताबिक, 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी के लोगों को उपहार (लगभग ₹1800 करोड़ की परियोजनाएं) देंगे।
मोदी के स्वागत की तैयारियों में जुटे कार्यकर्ता
ओझा के मुताबिक हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी का काशी की मर्यादा के अनुरूप स्वागत करना है। इसके लिए हमें अभी से तैयारी शुरू करनी होगी। पार्टी के झंडे, बैनर, स्वागत होर्डिंग लगाएं, शहर के मुख्य चौराहों को सजाएं, उन सड़कों पर रोशनी करें जहां से पीएम मोदी का काफिला गुजरना है। सोशल मीडिया को प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा के बारे में प्रचार करना चाहिए।
12 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को जनता को करेंगे समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को जनता को समर्पित करेंगे। पीएम जालौन से इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईडीए) ने तैयारी शुरू कर दी है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे भरतकुप के पास गांव गोंडा (चित्रकूट) में झांसी-इलाहाबाद राजमार्ग से शुरू होता है और इटावा के तहसील तखा में गांव कुदरैल के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ता है। इसकी कुल लंबाई 296.07 किमी है। एक्सप्रेस-वे फोर लेन है, जिसे छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे पर चार स्थानों पर पेट्रोल पंप लगाने की प्रक्रिया चल रही है।
दिल्ली से चित्रकूट का सफर सात घंटे में पूरा होगा
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर चित्रकूट से दिल्ली तक का सात घंटे का सफर हरे-भरे पेड़ों की छांव में होगा। 296 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे को 'ग्रीन बेल्ट' बनाया जा रहा है। पूरे एक्सप्रेस-वे पर 13 लाख 79 हजार पेड़-पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है। यानी हर किलोमीटर पर औसतन 4658 पौधे लगाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए कार्यकारी निकाय यूपीडीए ने भी यही दावा किया है। एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने वाला है।
ग्रीन बेल्ट के तौर पर विकसित होगा एक्सप्रेस वे
परियोजना सहायक अभियंता, यूपीडा, एसके यादव ने बताया बताया कि एक्सप्रेसवे के राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) में हर किलोमीटर पर पौधे लगाए जाएंगे। पीपल, बरगद, अशोक आदि के पौधे होंगे। एक्सप्रेस-वे के बीच में प्रति किलोमीटर 666 फूल वाले पौधे लगाए जाएंगे। इनकी हाइट 4 से 5 फीट होगी। इन प्लांटों से निकलने वाले वाहनों की तेज रोशनी सेकेंड लेन के वाहन पर नहीं पड़ेगी। अक्सर वाहनों की चकाचौंध से दुर्घटनाएं होती हैं। यूपीडा के अनुसार आरओडब्ल्यू में वृक्षारोपण के लिए फेंसिंग की गई है।
बारिश की एक-एक बूंद की रक्षा करेगा एक्सप्रेस-वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर बारिश की एक-एक बूंद सुरक्षित रहेगी। बुंदेलखंड में तेजी से गिरते भूजल स्तर के लिए यह एक खास कदम होगा। यूपीडा के प्रशासनिक अधिकारी जंग बहादुर के मुताबिक पूरे एक्सप्रेस-वे पर हर 500 मीटर पर वाटर हार्वेस्टिंग के लिए रिवर्स बोरिंग की जा रही है. एक्सप्रेस-वे पर बारिश का पानी सीमेंट की नालियों से होते हुए 15 मीटर लंबे और तीन मीटर चौड़े और तीन मीटर गहरे टैंक में जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान 75 औषधीय पौधे लगाएंगे पीएम
अधिकारियों की माने तो 50-50 फीट गहराई पर रिवर्स बोरिंग होने से पानी अंडरग्राउंड में समा जाएगा। यह राज्य का पहला एक्सप्रेसवे है जहां मीडियन के बीच मीटर क्रॉस बॉर्डर लगाए गए हैं। इससे यदि एक लेन में दुर्घटना होती है तो दूसरी लेन प्रभावित नहीं होगी और यातायात चलता रहेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की हरियाली में औषधीय पेड़-पौधे भी नजर आएंगे। लॉन्च के मौके पर प्रधानमंत्री खुद यहां 75 औषधीय पौधे लगाएंगे। ऑक्सीजन देने वाले पौधों को प्राथमिकता दी जा रही है।