योगी सरकार के इस फैसले से यूपी वालों की यादों में ताउम्र रहेंगे अटल जी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से अटल जी का गहरा लगाव था। चाहे लखनऊ हो, कानपुर हो या बलरामपुर हो हर जगह अटल जी की छाप है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अटल जी से जुड़ी हर स्मृतियों को संजोकर रखने का फैसला किया है। अटल जी बलरामपुर से जीत कर पहली बार संसद पंहुचे थे, वहीं लखनऊ से सांसद रहते हुए वो देश के प्रधानमंत्री बने थे।
यूं तो अटल जी देश के सर्वमान्य नेता रहे है, लेकिन उत्तर प्रदेश से उनका एक खास लगाव रहा है। अटल जी की जन्म भूमि तो मध्यप्रदेश है पर उन्होंने उत्तर प्रदेश को अपनी कर्मभूमि बनाया। वाजपेयी जी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 24 दिसंबर 1924 को हुआ था। चूंकि उनके पिता जी वहां नौकरी करते थे तो पूरा परिवार वहीं रहता था। पर अटल जी का पैतृक घर उत्तर प्रदेश में है। ताज नगरी आगरा के बटेश्वर में अटल जी का पैतृक घर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी एक सर्वमान्य नेता थे उनका उत्तर प्रदेश से गहरा लगाव था। सीएम ने कहा कि अटल जी का घर आगरा के बटेश्वर में है, कानपुर के डीएवी कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की, बलराम पुर से वो पहली बार सांसद बने और लखनऊ के सांसद रहते हुए वो प्रधानमंत्री बने। सरकार उनसे जुड़ी हुई हर स्मृति को संजोकर रखेगी। मुख्यमंत्री ने अटल जी के निधन पर एक दिन के अवकाश की भी घोषणा की है।
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जनसंघ की स्थापना के बाद अटल जी बलरामपुर से जीतकर संसद पंहुचे थे। अटल जी की पढ़ाई कानपुर के डीएवी कॉलेज से हुई थी। और यहीं वो संघ के संपर्क में आये थे। इसके बाद वो यूपी के हो कर राह गए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से अटल जी का रिश्ता सात दसक पुराना है। यहां के चौराहों गलियों और दुकानें अटल जी के सभाओं और बैठकों की गवाही आज भी दे रही हैं।
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