यूपी चुनाव: सर्वे में खुलासा, कांग्रेस-सपा गठबंधन के बाद भी आगे रहेगी बीजेपी
ओपिनियन पोल में बीजेपी को 180 से 191 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन के दूसरे नंबर पर रहने की संभावना है, इस गठबंधन को 168 से 178 सीट आने की उम्मीद है।
नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन किया है। बावजूद इसके एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी के सपा-कांग्रेस गठबंधन से आगे रहने की उम्मीद है। इंडिया टुडे एक्सिस ओपिनियन पोल में जो बड़ी बातें सामने आई हैं उसके मुताबिक यूपी चुनाव में बीजेपी और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। ये ओपिनियन पोल सपा-कांग्रेस गठबंधन के दौरान कराया गया। इस ओपिनियन पोल में बीजेपी को बढ़त है लेकिन सपा-कांग्रेस गठबंधन की वजह से उसे कुछ सीटों को नुकसान नजर आ रहा है। दिसंबर में कराए गए सर्वे के मुकाबले इस बार बीजेपी को करीब 25 सीटों का नुकसान नजर आ रहा है।
इंडिया टुडे-एक्सिस ओपिनियन पोल में बीजेपी को 180 से 191 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन के दूसरे नंबर पर रहने की संभावना है, इस गठबंधन को 168 से 178 सीट आने की उम्मीद है। इस ओपिनियन में सबसे ज्यादा नुकसान बहुजन समाज पार्टी को नजर आ रहा है। मायावती की बीएसपी को दिसंबर के मुकाबले में जनवरी में 40 सीटों का नुकसान हो रहा है।
वोट शेयर में आया बड़ा बदलाव, सपा-कांग्रेस गठबंधन को फायदा
सर्वे के मुताबिक पिछले एक महीने में पार्टियों के वोट शेयर में काफी अंतर देखने को मिला है। बहुजन समाज पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान नजर आ रहा है, बीएसपी का वोट शेयर 26 फीसदी से घट कर 20.1 फीसदी पर पहुंचने की उम्मीद जताई गई है। ओपिनियन पोल में कांग्रेस को सपा से गठबंधन का फायदा मिलता दिख रहा है। कांग्रेस को 7 फीसदी वोट शेयर का फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं सपा का वोट शेयर 26 फीसदी के करीब होगा। सपा-कांग्रेस गठबंधन की बात करें तो उनका वोट शेयर 33.2 फीसदी रहने की उम्मीद जताई गई है। दूसरी ओर बीजेपी की बात करें तो उनके वोट शेयर में सपा-कांग्रेस गठबंधन से ज्यादा असर नहीं हुआ है। पार्टी का वोट शेयर जरुर बढ़ा है। ओपिनियन पोल को देखें तो बीजेपी का वोट शेयर दिसंबर के 33 फीसदी से बढ़कर जनवरी में 34.8 फीसदी पहुंच गया है।
बीजेपी और सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांटे की टक्कर
इस सर्वे में जो बड़ी बात नजर आ रही है कि यूपी चुनाव में बीजेपी और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच ही मुकाबले की संभावना दिखाई दे रही है। दिसंबर में बीजेपी करीब 100 सीटों पर सपा से आगे चल रही थी लेकिन सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद हालात बदल गए हैं। सपा-कांग्रेस गठबंधन का सीधा नुकसान बसपा को होता दिखाई दे रहा है। सर्वे में जाति के आधार पर आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले एक महीने में काफी अंतर नजर आ रहा है। यादव-मुस्लिम वोट बैंक सपा-कांग्रेस गठबंधन की ओर जाता नजर आ रहा है। दिसबंर में 72 फीसदी यादव समाजवादी पार्टी को वोट की बात कर रहे थे, वहीं जनवरी ये आंकड़ा करीब 10 फीसदी बढ़कर 82 फीसदी पहुंच गया है।
गठबंधन से मायावती की बीएसपी को लग सकता है तगड़ा झटका
मुस्लिम वोट बैंक की बात करें तो दिसंबर में 71 फीसदी मुस्लिमों का कहना था कि वो सपा को वोट करेंगे लेकिन जनवरी में ये आंकड़ा बढ़कर 74 फीसदी पहुंच गया है। कांग्रेस के सपा के साथ आने से सवर्ण वोट बैंक भी सपा के खाते में जाता दिख रहा है। करीब 19 फीसदी सवर्ण वोट इनके खाते में जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी की बात करें तो पिछले एक महीने में उस हर वर्ग में नुकसान ही दिखाई दे रहा है। बीजेपी की बात करें पिछले एक महीने में ओबीसी और सवर्ण वोटरों का विश्वास इन पर बढ़ा है। ओबीसी का समर्थन बीजेपी के प्रति 53 फीसदी से बढ़कर 56 फीसदी पहुंच गया है। वहीं सवर्ण वोटरों की बात करें तो दिसंबर में 61 फीसदी पर रहने वाला आंकड़ा बढ़कर जनवरी में 68 फीसदी पहुंच गया है।
पूर्वांचल में बीजेपी के आगे रहने की उम्मीद
उत्तर
प्रदेश
के
पूर्वांचल
में
करीब
167
विधानसभा
सीटें
हैं।
ओपिनियन
पोल
के
मुताबिक
बीजेपी
के
पास
इस
क्षेत्र
में
89
सीटें
आने
की
उम्मीद
है।
वहीं
सपा-कांग्रेस
गठबंधन
के
पास
55
सीटें
जाती
नजर
आ
रही
है।
वहीं
बीएसपी
के
खाते
में
22
सीटें
जाती
नजर
आ
रही
हैं।
पश्चिमी
यूपी
की
बात
करें
तो
यहां
की
136
विधानसभा
सीटों
में
सपा-कांग्रेस
गठबंधन
को
68
सीटें
आने
की
उम्मीद
सर्वे
में
जताई
गई
है।
बीजेपी
के
पास
53
सीटें
जा
सकती
हैं
वहीं
बीएसपी
के
पास
13
सीटें
जाती
नजर
आ
रही
हैं।
मध्य
यूपी
में
81
सीटे
हैं
यहां
सपा-कांग्रेस
के
पास
47
सीटें
जा
सकती
हैं,
बीजेपी
के
पास
31
सीटें
और
बीएसपी
के
पास
महज
3
सीटें
जाने
की
उम्मीद
है।
बुंदेलखंड
की
बात
करें
तो
सर्वे
में
बीजेपी
को
12
सीटें,
सपा-कांग्रेस
के
खाते
में
4
और
बीएसपी
के
खाते
में
3
सीटें
आ
सकती
हैं।
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