युवती ने कानपुर के 'राम रहीम' पर लगाए यौन शोषण के आरोप
कानपुर। डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम पर आरोप सिद्ध होने के बाद उसको जेल की सजा हो गई, लेकिन कुछ ऐसे बाबा हैं जो लड़कियों का शारीरिक शोषण करने के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। मामला कानपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां एक गुरुद्वारे में सेवादारी करने वाली लड़की ने गुरूद्वारे के प्रधान पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है।
पुलिस में शिकायत करने के बाद भी जब लड़की की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो उसे कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। लड़की ने अपने साथ हुए शारीरिक शोषण की शिकायत पीएमओ आफिस में भी की है।
मामला कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र का है, जहां रहने वाली एक लड़की 10 सालों से सरसैय्या घाट पर बने गुरूद्वारे में सेवादारी कर रही थी। लड़की ने गुरुद्वारा प्रधान इंद्रजीत सिंह पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ थाने में शिकायत की थी। शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा लिखने से पहले जाँच करने की बात कही जिससे लड़की न्यायालय पहुंच गई।
लड़की के मुताबिक गुरूद्वारे के पास गरीब बच्चों का स्कूल है। गुरूद्वारे का प्रधान इंद्रजीत वहां के बच्चो के साथ अश्लील हरकते करता था जिसे लड़की ने देख लिया था। उसके बाद से इंद्रजीत लड़की के साथ भी अश्लील हरकतें करने लगा। लड़की ने एसएसपी आफिस में इंद्रजीत के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन चौदह दिन बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इंद्रजीत आठ सालों से गलत हरकतें करता रहा था।
आठ साल पहले इसकी शिकायत चौकी पर की थी लेकिन तब पुलिस ने गुरुद्वारे के प्रधान को डांटकर मामला ख़त्म करा दिया था। उसके बाद से गुरूद्वारे के प्रधान और दूसरे लोग मुँह न खोलने का दबाव बनाने लगे। लड़की का कहना है की जैसे गुरमीत राम रहीम को सजा हुई है। वैसे ही इसको भी सजा होनी चाहिए। पीड़ित लड़की का कहना है की इंद्रजीत को सख्त से सख्त सजा मिले जिससे मेरी तरह वो किसी और के साथ गलत ना कर सके।
पीड़िता ने 14 दिन पहले पुलिस ने इंद्रजीत के खिलाफ शिकायत की थी लेकिन जब इतने दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उसने माननीय न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। पीड़िता के अधिवक्ता मनोज शुक्ला का कहना है की धर्म के नाम पर लोग किस हद तक गिर सकते हैं इसका जीता जागता उदाहरण है इंद्रजीत। पीड़ित लड़की ने बताया की वंहा के प्रधान ने गलत हरकत की है तब लड़की की तरफ से प्राथना पत्र पुलिस के आला अधिकारियों को दिया गया। प्रार्थना पत्र देने के बाद भी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ जांच कर रही है। वहीं इस पूरे मामले पर जब इंद्रजीत सिंह से बात की तो उसने अपने आप को पूरी तरह से निर्दोष बताया | इंद्रजीत सिंह का कहना है की यह लोग गलत आरोप लगाकर ब्लेकमैल कर रहे है |