गुलाबी गैंग की संपत पाल को कांग्रेस टिकट लेकिन जीत की राह में बाधा बनीं पूर्व सहयोगी
कांग्रेस ने मानिकपुर से संपत पाल को टिकट दिया है लेकिन गुलाबी गैंग की पूर्व कमांडर और लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग की लीडर सुमन सिंह चौहान उनकी खिलाफत कर रही हैं।
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले की मानिकपुर सीट से दोबारा संपत पाल को टिकट दिए जाने से 'लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग' कांग्रेस से काफी नाराज है। इस महिला संगठन की महिलाओं ने समूचे बुंदेलखंड में कांग्रेस उम्मीदवारों का विरोध करने की रणनीति बनाई है। इसकी मुखिया सुमन सिंह चैहान ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने संपत पाल को दोबारा टिकट देकर बहुत बड़ी भूल की है, इसलिए कांग्रेस विहीन बुंदेलखंड का नारा बुलंद किया जाएगा।
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लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग की मुखिया हैं सुमन
कभी संपत पाल की अगुआई वाले गुलाबी गैंग में वाइस कमांडर रहीं महोबा की सुमन सिंह चैहान अब गैंग के दूसरे धड़े 'लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग' की मुखिया हैं। बुंदेलखंड में यह धड़ा संपत पाल के धड़े से ज्यादा मजबूत बताया जा रहा है। कांग्रेस ने 2012 के चुनाव में भी मानिकपुर सीट पर संपत पाल पर दांव लगाया था, इस बार भी संपत को ही टिकट दिया है। हालांकि सुमन का किसी भी राजनीतिक दल से ताल्लुक नहीं हैं, वह संपत की महिला विरोधी कारगुजारियों से नाराज हैं।
'संपत को टिकट देकर कांग्रेस ने की भूल'
सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के खाते में बुंदेलखंड की छह सीटे बांदा जिले की बांदा सदर और तिंदवारी, चित्रकूट जिले की मानिकपुर, महोबा की राठ और जालौन जिले की कालपी और माधवगढ़ सीटे आई हैं। गैंग के इस धड़े में मानिकपुर से संपत को दोबारा टिकट देने से कांग्रेस के प्रति बेहद नाराजगी है। सुमन सिंह चैहान ने कहा कि 'कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को संपत पाल द्वारा की जा रही महिला विरोधी कारगुजारी से जुड़े कई सबूत पहले ही भेजे जा चुके थे, लेकिन कांग्रेस ने फिर से टिकट देकर बड़ी भूल की है।'
'महिला विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं संपत'
उन्होंने बताया कि 'जहां संपत पाल के विरोध में लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग की तरफ से 100 महिलाओं का एक जत्था मानिकपुर भेजा रहा है, वहीं अन्य पांच सीटों में कांग्रेस उम्मीदवारों का विरोध करने के लिए 20-20 महिलाएं भेजी जाएंगी।' बकौल सुमन, '2 मार्च 2014 को आम सभा द्वारा गुलाबी गैंग से हटाए जाने के बाद से ही संपत पाल महिला विरोधी गतिविधियों में संलग्न है।'
कांग्रेस विहीन बुंदेलखंड का नारा
उन्होंने कहा कि 'उनके संगठन का इरादा किसी भी राजनीतिक दल का विरोध करना नहीं था, लेकिन कांग्रेस को टिकट वितरण की गलती का एहसास कराने के लिए उसके अन्य उम्मीदवारों का भी विरोध करना जरूरी हो गया है।' वह कहती हैं कि 'अब लोकतांत्रिक गुलाबी गैंग की महिलाएं 'कांग्रेस विहीन बुंदेलखंड' के नारे के साथ कांग्रेस उम्मीदवारों का भी विरोध करेंगी।'
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