मिर्जापुर में हत्या के बाद बवाल, पुलिसवालों को दौड़ाकर पीटा
मिर्जापुर में दो दिन पहले हुई हत्या के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और छह पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया।
मिर्जापुर। दो दिन पहले कछवां-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग 74 पर खैरा के समीप सरेशाम युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने के विरोध में रविवार की सुबह आठ बजे परिजनों और ग्रामीणों ने पाहो बाजार में शव रखकर चक्का जाम कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे कछवां थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मियों पर आक्रोशित भीड़ ने पत्थर व लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसमें थानाध्यक्ष सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों ने वहां से भागकर जान बचाई। सूचना पर सीओ सदर, एएसपी सिटी पहुंचे लेकिन उग्र भीड़ उनके समझाने पर नहीं मानी। डीएम विमल कुमार दुबे व एसपी आशीष तिवारी के मौके पर पहुंचने पर थानाध्यक्ष को हटाने, बीस लाख रुपये मुआवजा, खैरा में चौकी स्थापित करने और आरोपितों की गिरफ्तारी का मांग पत्र सौंपा। अधिकारियों के कार्रवाई के आश्वासन पर साढे पांच घंटे बाद डेढ बजे जाम समाप्त हुआ।
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दो युवकों ने गोली मार की थी हत्या
थाना के डोमनपुर गांव का निवासी 32 वर्षीय रामजतन उर्फ रामू पुत्र राजाराम यादव गांव के बीडीसी का चुनाव लड़ा था। वह चुनाव में हार गया था। इसके बाद भी वह गंवई राजनीति में सक्रिय रहता था। बीते शुक्रवार की शाम को सवा पांच बजे वह खैरा बाजार में अंग्रेजी शराब की दुकान से कुछ ही दूरी पर खड़ा था। इसी समय बाइक से दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में उपचार के दौरान मौत होने के कारण उसके शव का शनिवार की रात पोस्टमॉर्टम हुआ। रविवार की सुबह शव लेकर गांव आने पर ग्रामीण और परिजनों ने आक्रोशित होकर पाहों बाजार में चक्का जाम कर दिया।
पुलिस के समझाने पर किया हमला
थानाध्यक्ष कछवां विश्वज्योति राय एक घंटे बाद फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को समझाने की कोशिश करने लगे। इसी बीच भीड़ ने लाठी, डंडे और पत्थर से हमला कर दिया। सिर में चोट लगने से थानाध्यक्ष घायल हो गए। एसआई महेन्द्र सिंह, पिकेट के सिपाही एकलाख खान, दिवाकर सिंह के अलावा सिपाही मनोज गौतम व दुर्गेश घायल हो गए। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने वहां से भागकर जान बचाया। बावजूद भीड़ ने पांच सौ मीटर तक उनपर पत्थर फेंकते हुए खदेड़ती रही। पुलिसकर्मियों की सूचना पर एसएसपी सिटी, सीओ सदर मौके पर पहुंचे और भीड़ को समझाने लगे। भीड़ डीएम और एसपी के आने की जिद पर अड़ी रही।
डीएम एसपी पहुंचे तो माने ग्रामीण
डीएम विमल कुमार दुबे और एसपी आशीषी तिवारी के दोपहर में डेढ़ बजे पहुंचकर समझाने पर भीड़ मान गई। परिजनों ने खैरा में पुलिस चौकी स्थापित करने, बीस लाख रुपये मुआवजा देने, थानाध्यक्ष को हटाने के साथ ही आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग की। डीएम और एसपी ने बाकी मांगों को पूरा कराने का भरोसा दिलाया। एसपी ने कहा कि जांच कराने के बाद थानाध्यक्ष दोषी पाए जांएंगे तो उनको हटाया जाएगा।
एक
आरोपी
को
पुलिस
ने
हिरासत
में
लिया
खैरा
बाजार
में
दो
दिन
पहले
रामजतन
उर्फ
रामू
की
सरे
शाम
गोली
मारकर
हत्या
करने
के
एक
आरोपित
को
पुलिस
ने
हिरासत
में
ले
लिया
है।
उससे
पूछताछ
की
जा
रही
है।
पूरे
दिन
थाना
में
बैठाकर
पुलिस
आरोपित
से
अहम
सुराग
ढूंढने
की
कोशिश
करती
रही।
लेकिन
कोई
ठोस
सुराग
न
मिलने
के
कारण
पुलिस
ने
उसके
खिलाफ
कोई
कार्रवाई
नहीं
की।
कछवां सीएचसी में पुलिसकर्मियों का मेडिकल, केस दर्ज
पाहो बाजार में रविवार की सुबह चक्का जाम करके हमला करने वाले अज्ञात के खिलाफ कछवां थाना में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यही नहीं थानाध्यक्ष विश्वज्योति सहित सभी पुलिसकर्मियों का कछवां सीएचयी में मेडिकल कराया गया। पुलिस हमला करने वालों की पहचान कराने की कोशिश में भी जुटी है। जिससे उनके खिलाफ नामजद केस दर्ज करके कार्रवाई की जा सके।
एसपी
की
हिदायत
पर
एसओ
की
मैग्जीन
मिली
प्रदर्शनकारियों
ने
थानाध्यक्ष
को
घायल
करने
के
बाद
उनकी
मैग्जीन
भी
गायब
कर
दिया
था।
मौके
पर
पहुंचे
एसपी
आशीष
तिवारी
के
समझाने
पर
भी
लोगों
ने
मैग्जीन
नहीं
दिया।
इसके
बाद
एसपी
ने
हिदायत
दिया
कि
सरकारी
सामान
को
गायब
करने
का
केस
जिस
पर
भी
दर्ज
हो
जाएगा
उसकी
पूरी
जिंदगी
बरबाद
हो
जाएगी।
वह
पूरी
जिंदगी
जेल
में
रह
जाएगा
इसलिए
जिसके
पास
मैग्जीन
है
वह
दे
दे।
उसी
भीड़
में
से
एक
ने
मैग्जीन
वापस
किया
इसलिए
पुलिसकर्मियों
ने
भी
राहत
की
सांस
ली।
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