शर्मनाक: 'मौत का खेल दिखा मां-बाप का पेट पालती मासूम बच्ची और सीटी बजाते लोग'
शाहजहांपुर। बच्चों के लिए रोटी का इन्तजाम करने और उनका पेट पालने की जिम्मेदारी माता-पिता पर होती हैं। लेकिन शाहजहांपुर की एक मासूम बच्ची है जो अपनी जिन्दगी को खतरे में डाल अपने मां बाप का पेट पाल रही है। अपनी जान जोखिम में डाल कर मासूम लोगों का मनोरजंन करती है और लोग तालियां बजाते हैं। हैरानी का बात ये है कि श्रम विभाग इसे महज तमाशा बताकर पल्ला झाड़ रही है। वहीं बच्ची का जोखिम भरा करतब देखकर लोग संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
10 साल की उम्र है बच्ची की
रस्सी पर जानलेवा करतब दिखाती इस बच्ची का नाम खुशी है। इस बच्ची की उम्र महज 10 साल है। पढ़ने लिखने और खेलने की उम्र में ये बच्ची रस्सी पर ऐसे खतरनाक करतब दिखा रही है। ये जानते हुए कि बच्ची की जरा की चूक उसकी जान जा सकती है लेकिन अफसोस बच्ची के बां-बाप को उसकी जान की कोई परवाह नहीं है। हैरानी की बात ये रही कि ये करतब थाने के ठीक सामने किया जा रहा था और पुलिसकर्मी भी मूकदर्शक बनी रही। इतना ही नहीं बच्ची का जोखिम भरे करतब का लुत्फ उठा तालियां बजाते हुए नजर आ रहे हैं। जब बच्ची से इस बाबत सवाल किया गया तो बच्ची पेट के खातिर खुद को खतरे में डालने की बात करती नजर आई।
जरा सी चूक से जा सकती है जान
बच्ची रस्सी पर कभी पहिये पर चलती तो कभी रस्सी पर जोर-जोर से हिलती है। जरा सी गलती उसकी जिन्दगी पर भारी पड़ सकती है। बच्ची द्वारा करतब दिखाने स्थानीय नागरिक राहुल ने बताया कि ये जिला प्रशासन की लापरवाही है क्योंकि बच्ची थाने सामने के करतब दिखा रही है। अपनी जिंदगी खतरे मे डाल रही है।
श्रम विभाग बता रहा इसे आम बात
इनको पुलिस रोक सकती है, लेकिन पुलिस खुद बच्ची के करतब देख इसे प्रोत्साहन दे रही है। इस पर जिला प्रशासन को ध्यान देना चहिए। बच्ची की उम्र अभी पढ़ने लिखने वाली है। हालांकि ये बाल श्रम कानून का उल्लंघन का मामला बनता है। सहायक श्रम आयुक्त इस मामले पर कार्रवाई के बजाये इसे आम बात बता रहा है। उनका कहना है कि ये खेल मां बाप की सहमती से करवाया जाता है।