चुनावी रंजिश को लेकर की गई थी युवक की हत्या, सेल्फी ने खोला मौत का राज
नीतेश ने मरने से पहले फेसबुक पर अपनी एक सेल्फी डाली थी, जिससे पुलिस को तफ्तीश में मदद मिली और जांच आगे बढ़ी।
बहराइच। 18 दिन पहले शहर के बंधन गेस्ट हाउस में हुए नीतेश मिश्रा बहुचर्चित ब्लाइंड मर्डर का शुक्रवार को बहराइच पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक नीतेश की हत्या चुनावी रंजिश में हुई थी, जिसका राज सेल्फी से खुला है। नगर कोतवाली पुलिस ने इस हत्या में शामिल दो आरोपियों को अरेस्ट किया है। जबकि नीतेश की हत्या करने वाले दो मुख्य आरोपी अभी फरार हैं, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा पुलिस कर रही है। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया है। नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइन रायपुर राजा मोहल्ला निवासी नीतेश मिश्रा उर्फ छोटू (30) नौ दिसंबर की रात घर से बौद्ध परिपथ स्थित बंधन गेस्ट हाउस में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकला था लेकिन देर रात करीब 12 बजे लोगों ने उसे गेस्ट हाउस परिसर में औंधे मुंह पड़े देखा। जिस पर डायल 100 को सूचना दी गई।
सेल्फी से फंस गए आरोपी
मौके पर पहुंची पुलिस ने छोटू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए नगर कोतवाली में अज्ञात हत्यारे के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज कराया। अपराधी से जुड़े बंधन गेस्ट हाउस परिसर में हुए इस हत्याकांड से शहर में सनसनी फैल गई थी। जिस पर एसपी जुगल किशोर ने अपर पुलिस नगर अधीक्षक अजय प्रताप सिंह और सीओ अतुल यादव को जांच के निर्देश दिए। पुलिस अफसरों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। इस पर वैवाहिक समारोह की सीडी और नीतेश ने मरने से पहले फेसबुक पर अपनी एक सेल्फी डाली थी, जिससे पुलिस को तफ्तीश में मदद मिली और जांच आगे बढ़ी। ली गई सेल्फी में आरोपी की फोटो होने से ये मामला पकड़ में आया। सर्विलांस सेल के जरिए कई मोबाइल नंबरों को रडार पर लिया गया। जिससे कई संदिग्ध मामले उजागर हुए।
मौत की वजह बनी चुनावी रंजिश
आशीष सिंह की पत्नी सपा से सभासद पद की उम्मीदवार थी। जबकि विपक्ष में कांग्रेस से तारिक की पत्नी चुनाव के मैदान में थी। आशीष को पता चला कि नीतेश ने उसके खिलाफ और तारिक के पक्ष में प्रचार किया था। हालांकि दोनों प्रत्याशी चुनाव हार गए। आशीष सिंह ने नीतेश को फोन कर धमकाया भी था। शादी समारोह में दोनों की मुलाकात हो गई। जहां कहासुनी के बाद नीतेश को मौत के घाट उतार दिया गया।
ऐसे की गई थी हत्या
मारपीट के दौरान आशीष सिंह ने नीतेश को पीछे से जकड़ लिया था। इस दौरान गिरफ्तार आरोपी तारिक और शाहिद दीवार बनकर खड़े हो गए, ताकि शादी समारोह में शामिल कोई व्यक्ति नीतेश और उसके साथ हो रही वारदात को देख ना पाए। तभी जोशियापुरा निवासी शानू ने नीतेश के पेट में गुप्ती मारने की कोशिश की, लेकिन वार पेट के निचले नाजुक अंग पर जा लगा। वो औंधे मुंह जमीन पर गिर पड़ा। ये देख हमलावर मौके से फरार हो गए। इससे पहले नीतेश को खूब शराब पिलाई गई और 12 बजे के बाद का समय हत्या के लिए चुना गया। पुलिस के मुताबिक, जब घायल अवस्था में नीतेश को जिला अस्पताल पहुंचाया गया तो आरोपी शाहिद भी पीछे से वहां आ गया था। अस्पताल के बाहर उसने चाय पी और जब मौत की पुष्टि हो गई तो चारों आरोपी छोटी बाजार स्थित एक किराए के मकान में मिले। यहां से अलग-अलग होकर लखनऊ के लिए रवाना हुए थे। ताकि घटना की रात में अपने-अपने को लखनऊ में होना दर्शाया जा सके।
दो हत्याओं का था प्लान
पुलिस के मुताबिक आशीष सिंह और उनके सहयोगियों ने दो हत्याओं का प्लान बनाया था। एक नितेश मिश्रा उर्फ छोटू तो दूसरा कार्तिकेय मिश्रा उर्फ मोनू। कार्तिकेय ने भी आशीष सिंह के समर्थन में प्रचार ना कर किसी अन्य प्रत्याशी के समर्थन में वोटिंग की अपील की थी लेकिन कार्तिकेय मिश्रा शादी समारोह में गया नहीं, इसी वजह से उसकी जान बच गई लेकिन वहां नीतेश मिल गया और चुनावी रंजिश के चलते उसे मार डाला गया।
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