मुलायम ने अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव को छह साल के लिए पार्टी से निकाला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव को एक बार फिर छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव को एक बार फिर छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बात को समझ नहीं रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा करके रामगोपाल यादव ने पार्टी के हित नहीं किया है। उन्होंने सीधे तौर पर राम गोपाल यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री का भविष्य खत्म कर रहे हैं। ये भी पढ़ें: मुलायम ने अखिलेश और रामगोपाल यादव को दिया नोटिस, 1 जनवरी को लखनऊ में आपातकालीन बैठक
आपको बताते चलें कि प्रो.रामगोपाल यादव ने खुद को नोटिस दिए जाने के बाद एक आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन डॉ. राम मनोहर लोहिया लॉ विश्वविद्यालय में 1 जनवरी, 2017 को बुलाया है। रामगोपाल यादव ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लीडरशिप में पार्टी बहुत अच्छा काम कर रही है। ऐसे में जब यह लगने लगा कि पार्टी फिर से सत्ता में आएगी तब कुछ लोगों ने जानबूझकर समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पार्टी विरोधी गतिविधां करनी शुरु कर दीं। इसी को ध्यान में रखकर हजारों लोगों ने ज्ञापन सौंपकर आपातकालीन प्रतिनिधि सत्र बुलाए जाने की मांग की है। इसी के चलते आपातकालीन सत्र को बुलाया जा रहा है।
मुुलायम ने सीधे तौर पर राम गोपाल यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री का भविष्य खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश समझ नहीं रहे हैं कि राम गोपाल यादव उन्हें कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। मुलायम ने कहा कि राम गोपाल यादव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इमरजेंसी बैठक नहीं बुला सकते हैं कि ऐसी कोई भी बैठक बुलाने के लिए 10 से 15 दिन का नोटिस देना होता है। मुलायम ने कहा कि इस समय हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी पार्टी को बचाना है। उन्होंने कहा कि मैंने इस पार्टी को बनाया है। इस पार्टी को बनाने में उनकी क्या भूमिका है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि भविष्य में कौन मुख्यमंत्री होगा, इसका चुनाव भी वो करेंगे? ये भी पढ़ें: अखिलेश बना सकते हैं नई पार्टी, कांग्रेस के साथ गठबंधन पर नजर