किसान की मौत के दो महीने बाद भी परिवार को नहीं मिली मदद, अब राहुल गांधी से उम्मीदें!
अमेठी। बीती 4 मई को अमेठी के एक किसान की जायस मंडी में उस समय ह्रदय गति रुकने से मौत हो गई थी जब किसान पिछले दो दिनों से अपने गेहूं की तौल के लिये मंडी के चक्कर लगा रहा था। जबकि आज राहुल गांधी अमेठी दौरे पर हैं तो ये कयासें लगाई जा रही हैं कि वे मृतक के परिवारीजनों से मुलाकात करेंगे। मुतक के भाई का कहना है कि राहुल गांधी ने उनसे बात की है और उन्होंने आज मृतक के घर आने का आश्वासन दिया है। अब देखना होगा कि अमेठी के सांसद व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मृतक किसाने के घर पहुंचे उन्हें कुछ आर्थिक सहायता उपलब्ध कराते हैं भी या नहीं।
मृतक किसान के भाई की मानें तो उसके बड़े भाई अब्दुल सत्तार कई दिनों से अपने फसल की तौल के लिए मंडी के चक्कर लगा रहे थे, पर मंडी अधिकारी उनके फसल को तौलने में हिला हवाली कर रहे थे। बतौर मृतक के भाई, मंडी अधिकारी ने सत्तर को 2 तारीख की डेट दी थी कि 2 को फसल की तौल होगी पर मंडी पर पहुँचने के बाद उसे फिर एक तारीख और दी गई। वो तारीख थी 4 मई सत्तार अपने फसल को लेकर वहीं रुक गए लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। किसान सत्तार अपनी फसल को तो नहीं तौला पाए बल्कि अपनी जान जरूर खो दी। किसान को मरे हुए लगभग 2 महीने बीतने को है पर किसान के परिवार को अभी तक कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। मृतक किसान अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ के चले गए सत्तार के दो बेटे और तीन बच्चे है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आज आने पर गांव वालों के साथ परिजनों को भरोसा है कि अब परिवार को कुछ मदद मिलेगी।
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