यूपी पुलिस की पिटाई से दिव्यांग युवक की मौत, लोगों ने किया पथराव, देखें वीडियो
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित दिव्यांग युवक की पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई से मौत होने के बाद लोगों ने जमकर बवाल किया। आक्रोशित लोगों ने शव को बीच सड़क पर रखकर जाम लगाया और पथराव कर कई वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर डीएम, एसपी कई थानों की पुलिस फोर्स से साथ मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों को स्थानिय नेताओं के समझाने और अधिकारियों द्वारा आर्थिक मदद दिए जाने के बाद बाद लोगों ने जाम खोला। इस मामले में एक दरोगा सहित तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये था मामला
जानकारी के अनुसार, हाथरस कोतवाली सदर क्षेत्रान्तर्गत नगला भोजा निवासी दिव्यांग विमल (45) पुत्र गुलाब सिंह अंडे आदि की ठेली लगाकर गुजर-बसर करता था। सोमवार को उसने अपनी ठेली आगरा रोड पर सादाबाद गेट के शराब के ठेके के निकट लगा रखी थी। आरोप है कि सादाबाद गेट चौकी इंचार्ज आशीष यादव व अन्य पुलिसकर्मियों ने विमल की यह कहकर बुरी तरह पिटाई कर दी कि वह अपनी ढले पर शराब पिलाता है। उससे रुपये भी मांगने का आरोप है। पुलिसकर्मियों के जाने के बाद उसे कुछ लोग जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
आक्रोशित लोगों ने शव सड़क पर रखकर लगाया जाम
विमल की मौत जानकारी मिलते ही लोगों का गुस्सा भड़क उठा। आक्रोशित लोगों ने आगरा रोड पर गैलेक्सी होटल के सामने उसके शव को बीच सड़क पर रख कर जाम लगा दिया। इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने रोडवेज की बस व कुछ अन्य वाहन पर पथराव कर दिया। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जब पुलिस वहां पहुंची तो लोगों ने उन पर भी पथराव किया। कोतवाली पुलिस की जीप को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह देखकर पुलिसकर्मियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंची मौके पर
घटना की जानकारी ऑला अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद डीएम डॉ.रमाशंकर मौर्य, एसपी जयप्रकाश अन्य अधीनस्थ अधिकारियों व कई थानों की फोर्स को लेकर वहां पहुंच गए। अधिकारियों ने हालात को निंयत्रित करने का प्रयास किया लेकिन काफी देर तक हालात बेकाबू रहे। लोगों का कहना था कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी और मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक वह जाम नहीं खोलेंगे।
पुलिस ने की कार्रवाई
हाथरस एसपी जयप्रकाश की मानें तो दरोगा आशीष यादव और दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों आरोपी पुलिस कर्मियों की पहचान की जा रही है। दरोगा आशीष को सस्पेंड कर दिया गया है।