नोएडा फर्जी एनकाउंटर मामले में मानवाधिकार आयोग ने यूपी सरकार को भेजा नोटिस
नोएडा। नोएडा के फर्जी एनकाउंटर को लेकर आ रही रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजा है। मानवाधिकार आयोग ने मीडिया में आई रिपोर्ट और एसपी के भी मामले को संदेहास्पद मानने के बाद यूपी सरकार को नोटिस भेजा है। इस मामले पर सोमवार को संसद में भी भारी हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी के सांसद सुरेंद्र नागर ने इस मुद्दे पर राज्यसभा के स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। सांसद नोएडा के फेक एनकाउंटर मुद्दे को उठाते हुए सभापति के वेल तक गए और जमकर नारेबाजी की। बता दें कि शनिवार देर रात एक दारोगा ने 28 साल के एक शख्स को गोली मार कर बुरी तरह से घायल कर दिया, जबकि एक दूसरे युवक को भी पैर में गोली मारी गई है। दोनों घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रंजिश में एनकाउंटर!
नोएडा के सेक्टर 122 में हुए फर्जी एनकाउंटर को लेकर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। इस एनकाउंटर में घायल जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव उर्फ डंबर की हालत फिलहाल काफी नाजुक बनी हुई है. उसकी रीढ़ की हड्डी में गोली लगी है। जितेंद्र सेक्टर 122 में स्थिति पार्थला गांव में जिम चलाता है, उसका कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। परिवार वालों का कहना है कि गोली गले में लगी है और रीढ़ की हड्डी में अटक गई है। घटना के वक्त जिम वाले दोस्त भी थे, जिन्हें पुलिस ने गायब कर दिया है। मामले में आरोपी दरोगा और उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में दो कहानी सामने आई हैं एक आपसी दुश्मनीमें ये एनकाउंटर हुआ है और दूसरी ये कि इसके जरिए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने कोशिश थी।
एसएसपी ने मानी फर्जी एनकाउंटर की बात
एसएसपी लव कुमार ने घटना के बाद सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए दारोगा की सर्विस रिवाल्वर को जब्त करने का आदेश दिया है। घटना के बाद लव कुमार ने बताया कि शुरुआत तौर पर ऐसा लगता है कि यह एनकाउंटर व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते किया गया है। जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि ट्रेनी सब इंसपेक्टर ने जिसे गोली गोली मारी है उसके बड़े भाई को वह पहले से जानता था। लव कुमार ने बताया कि ट्रेनी दारोगा को जेल भेज दिया गया है, साथ ही तीन अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है, दो कॉस्टेबल और एक दारोगा की जांच की जा रही है, सभी चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह एनकाउंटर नहीं है, शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि यह सब व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते किया गया है, हम तथ्यों की जांच कर रहे हैं। स्टाफ ने मुझे इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी है।
दो लोगों को मारी गई गोली
इस घटना के बाद परिवार का आरोप है कि नशे में धुत दारोगा ने नकली एनकाउंटर करने की कोशिश की है। आरोप है कि दारोगा और शख्स में कोई पुरानी रंजिश थी। जानकारी के मुताबिक चार दोस्तों के साथ स्कार्पियो से बहरामपुर से बहन की सगाई कर लौट रहे जितेंद्र यादव उर्फ डम्बर को नोएडा के सेक्टर 122 स्थिति सीएनजी पर कहा सुनी के बाद विजयदर्शन नाम के पुलिस कर्मी ने गोली मार दी। जीतेंद्र को गर्दन में और दूसरे युवक सुनील के पैर में गोली लगी है। पैर में गोली लगने के बाद जीतेंद्र का साथी सुनील और स्कॉर्पियो में सवार बाकी लड़के घटनास्थल से भाग निकले। जीतेंद्र के परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस स्कॉर्पियो सवार जीतेंद्र के दोस्तों को गवाही देने से मना कर रही है।
बजट सत्र: नोएडा फर्जी एनकाउंटर मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा