भाजपा से नाराज वकीलों ने कैराना में किया एलान, हाईकोर्ट बेंच नहीं तो वोट नहीं
कैराना। कैराना उपचुनाव में अधिवक्ता सरकार को चेताना चहाते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की खंडपीठ की स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने शनिवार को जिला बार भवन में एक बैठक आयोजित की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट खंडपीठ संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह जानी ने कहा कि 'पहले केंद्र में थे तो कहते थे प्रदेश से प्रस्ताव आयेगा तो हम हाईकोर्ट की खंडपीठ बना देंगे। आज बीजेपी केंद्र और प्रदेश में भी है लेकिन बेंच बनाने पर कोई ध्यान नहीं है। भरसक प्रयत्न के बाद भी कोई हल नही निकला। अब तो बस चुनाव बहिष्कार ही रह गया। अब हाईकोर्ट बेंच नहीं तो वोट नहीं।'
जनपद शामली में शनिवार को जिला बार भवन में जिला बार एसोसिएशन की एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की खंडपीठ संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिह जानी ने कहा उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 22 करोड़ हैं और पश्चिम उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 8 करोड़ हैं जबकि लाखों की जनसंख्या वाले प्रदेशों में बेंच है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच नहीं है। इसके लिए हम पिछले 40 सालों से प्रयासरत हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता को 700 से 750 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है और सरकार का पश्चिम के 22 जिलों पर कोई ध्यान नहीं है। हम लोग 2019 के चुनाव तक जनता को साथ लेकर पूरा विरोध करेंगे। 24 तारीख को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी शामली आ रहे हैं। उनकी सभा में पश्चिम के समस्त जिले के लोग यहाँ पर उपस्थित होंगे और हम हाईकोर्ट की बेंच की माँग करेंगे। अगर सी.एम. बेंच की घोषणा करेगें तो जनता को सस्ता और सुलभ न्याय मिल सकेगा। अगर बेंच बनाने की मांग पूरी नही होती तो हम इसका विरोध करेगे धरना प्रदर्शन करेंगे। उसके बाद सरकार हमें गिरफ्तार करें या जो करे वो सरकार का काम है और अगर हाईकोर्ट बेंच नहीं तो किसी को वोट नहीं'देंगे।
ये भी पढे़ं- शादीशुदा महिला टीचर के प्यार में शिक्षामित्र ने स्कूल में खेली खून की होली