सीनियर्स की प्रताड़ना से तंग आकर जूनियर डॉक्टर ने किया आत्महत्या का प्रयास, बवाल
इलाहाबाद। लखनऊ यूनिवर्सिटी बवाल के बीच इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में स्थिति बिगड़ गई है। जूनियर डाक्टरों ने कॉलेज व संबद्ध एसआरएन हॉस्पिटल में हंगामे के साथ मेडिकल सेवा रोक दी है। गरुवार की सुबह से ही इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में हंगामा मचा हुआ है और मरीजों का हाल बेहाल है।
दरअसल, वरिष्ठ डॉक्टरों की प्रताड़ना से आजिज आकर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एक जूनियर डॉक्टर ने आत्महत्या का प्रयास किया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, साथी के समर्थन में जूनियर डाक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है और उनके ओपीडी बंदकर धरने पर बैठ जाने के कारण पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई है। डाक्टरों द्वारा स्वास्थ्य सेवा ठप किए जाने से मरीजों का बुरा हाल है। बिगड़ते हालात के बीच मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने आपातकालीन बैठक बुलाई है और मामला सुलझाने में जुटे हुए हैं।
चिकित्सा
सेवायें
की
ठप्प
जूनियर
डॉक्टरों
ने
नारेबाजी
के
साथ
मेडिकल
कॉलेज
की
चिकित्सा
सेवा
ठप्प
कर
दी
है।
ओपीडी
के
साथ
पर्चा
काउंटरों
को
किया
बंद
करा
दिया
है।
हॉस्पिटल
के
पास
खुली
सभी
मेडिकल
स्टोर
की
दुकानों
को
भी
जबरन
करा
दिया
गया
है।
डॉक्टरों
के
उग्र
रूप
के
आगे
पुलिस
भी
अभी
खामोश
हैं
और
विभागीय
निपटारे
की
उम्मीद
में
हालात
पर
नजर
बनाये
हुए
है।
क्या
है
मामला
इलाहाबाद
के
मोती
लाल
नेहरू
मेडिकल
कॉलेज
से
सम्बद्ध
स्वरूप
रानी
नेहरू
हॉस्पिटल
में
डॉक्टर
प्रमोद
तिवारी
बतौर
जूनियर
डॉक्टर
मेडिसिन
डिपार्टमेंट
में
तैनात
हैं।
आरोप
हैं
कि
यहां
सीनियर्स
डाक्टर
लगातार
डॉक्टर
प्रमोद
को
प्रताड़ित
कर
रहे
थे।
जिससे
आजिज
आकर
डॉ.
प्रमोद
तिवारी
ने
नींद
की
गोलियां
खा
ली।
देर
रात
उसकी
हालात
बिगड़ी
तो
उसके
साथी
उसे
अस्पताल
लेकर
पहुंचे,
जहां
प्रमोद
की
हालत
नाजुक
बनी
हुई
है।
साथी
डॉक्टरो
ने
प्रमोद
की
इस
हालत
का
जिम्मेदार
सीनियर
डाक्टर
की
प्रताड़ना
को
बताया
और
देखते
ही
देखते
उनका
आक्रोश
भड़क
गया।
जूनियर
डॉक्टरों
ने
कार्य
बहिष्कार
कर
मेडिकल
कॉलेज
की
ओपीडी
बंद
करा
दी
परिसर
जमकर
हंगामा
करते
हुये
धरने
पर
बैठ
गए
है।