UP सरकार को मिली बड़ी उपलब्धि, गोमती रिवर फ्रंट के किनारे रखा जाएगा INS गोमती युद्धपोत
लखनऊ, 14 मई : उत्तर प्रदेश में अब पयर्टकों के लिए आईएनएस गोमती आकर्षण का नया केंद्र बनेगा। भारतीय नौसेना का गौरव, भारतीय नौसेना का जहाज गोमती उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक नया बेस खोजने के लिए तैयार है, जिस नदी के नाम पर इसका नाम रखा गया था। यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग को एक बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय नौसेना के बेड़े में 34 वर्ष से शामिल युद्धपोत आइएनएस गोमती उत्तर प्रदेश को मिलने जा रहा है। इसी 28 मई को उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा। यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए विशेष बातचीत में बताया कि यूपी के लिए ये बड़े गौरव को बात है की आईएनएस गोमती यूपी को हैंडओवर होने जा रहा है।

गोमती के नाम पर ही रखा गया था नाम
जयवीर सिंह ने वनइंडिया हिन्दी से विशेष बातचीत में बताया कि आइएनएस गोमती जहाज में स्थापित हैलीकाप्टर और मिसाइल सहित सभी सैन्य उपकरण यहां लाए जाएंगे। लखनऊ में इसके लिए विशेष संग्रहालय बनाकर उसमें प्रदर्शित किए जाएंगे। लखनऊ से होकर बहने वाली गोमती नदी के नाम पर ही भारतीय नौसेना के इस युद्धपोत का नाम आइएनएस गोमती रखा गया था। अब यह डी-कमीशन्ड यानी सेवा से बाहर कर दिया गया है।
28 मई को मुंबई जाएंगे मुकेश मेश्राम
उत्तर प्रदेश के लिए यह उपलब्धि है कि तीन दशक तक देश की रक्षा करने वाले इस जहाज को नौसेना ने इस राज्य को निश्शुल्क सौंपने का निर्णय लिया। 28 मई को प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम मुंबई जाएंगे। वहां नौसेना अधिकारी आइएनएस गोमती पर्यटन विभाग को हस्तगत करेंगे। चूंकि, जहाज यहां नहीं लाया जा सकता, इसलिए उसके हेलीकाप्टर, राडार, मिसाइल, गन सहित उसमें लगे सभी सैन्य उपकरण लखनऊ लाए जाएंगे।

संग्रहालय के तौर पर विकसित होगा आईएनएस गोमती
अधिकारियों की माने तो गोमती नदी के आसपास ही कहीं लखनऊ में एक विशेष संग्रहालय बनाया जाएगा। उसमें इन उपकरणों को प्रदर्शित किया जाएगा। परिसर में एक रेस्टोरेंट के साथ ही पर्यटकों के लिए अन्य आकर्षण विकसित किए जाएंगे। इसके पीछे प्रदेश सरकार की मंशा है कि नई पीढ़ी इस संग्रहालय के माध्यम से देशसेवा की भावना से जुड़ेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
1988 को नौसेना में शामिल हुआ था
आईएनएस गोमती को 16 अप्रैल, 1988 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह 15 मई, 2022 को सेवानिवृत्त होने के लिए तैयार है। राज्य पर्यटन विभाग के कार्यालय के साथ उन्नत बातचीत कर रहा है। पश्चिमी नौसेना कमान जहाज के कुछ हिस्सों को लाने और नदी के किनारे विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शित करने के लिए।
गोमती रिवर फ्रंट के किनारे रखा जाएगा आइएनएस गोमती
जयवीर सिंह ने बताया कि भारतीय नौसेना, उसके जवानों और मशीनों की वीरता की याद दिलाने के लिए जहाज के खंड छतर मंजिल और गोमती रिवरफ्रंट जैसे नदी के किनारे महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए जाएंगे। यूपी पर्यटन विभाग और भारतीय नौसेना की संयुक्त टीम द्वारा गांधी सेतु के साथ कुछ अन्य स्थानों की पहचान की जा रही है। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में आईएनएस गोमती का अंतिम आधार बनना लखनऊ के लिए बहुत गर्व की बात है, जिसे सरकार और सभी क्षेत्रों के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है।