गुरमेहर कौर विवाद पहुंचा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, एबीवीपी ने किया जमकर बवाल
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी एबीवीपी और आइसा से जुड़े विद्यार्थी आमने-सामने हो गये हैं। वहीं, एबीवीपी ने विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी, जुलूस, प्रदर्शन और वामपंथ के खिलाफ पुतला फूंका।
इलाहाबाद। दिल्ली के रामजस कॉलेज में गुरमेहर कौर के कमेंट के बाद उपजे विवाद की लौ अब देशव्यापी हो चुकी है। इलाहाबाद पहुंची विवाद की लपटों ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी एबीवीपी और आइसा से जुड़े विद्यार्थी आमने-सामने हो गये हैं। एबीवीपी से जुडे़ छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी, जुलूस, प्रदर्शन और वामपंथ का पुतला दहन का क्रम शुरू कर दिया है। जिससे एकाएक शहर समेत यूनिवर्सिटी का माहौल गरमाने लगा है। पिछले दिनों छात्र के आत्मदाह के प्रयास के बाद बवाल का असर अभी कम हुआ भी नहीं था कि गुरमेहर ने नये विवाद को चिंगारी दे दी।
तिरंगा थामे छात्रों ने की नारेबाजी
बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा की अगुवाई में एबीवीपी कार्यकर्ताआें ने परिसर में तिरंगा यात्रा निकाली। हजारों छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया। तिरंगा थामे छात्रों की नारेबाजी से विश्वविद्यालय परिसर एक बार फिर आंदोलन की राह पर बढ़ रहा है। अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने ऐलान कि हम देश विरोधी ताकतों को परिसर में घुसने नहीं देंगे।
एबीवीपी की छात्राओं ने वामपंथ के खिलाफ खोला मोर्चा
देश-विरोधी गतिविधियों को नेस्तनाबूत करने के आवाह्न के साथ छात्राआें ने भी हल्ला बोल दिया है। महिला छात्रावास के सामने वामपंथ का पुतला दहन कर छात्राओं आंदोलन की आग को और हवा दे दी है। छात्राओं ने वामपंथी विचारधारा के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
आइसा भी एबीवीपी को जवाब देने की तैयारी में
एबीवीपी के दमदार प्रदर्शन के बाद आइसा भी जवाब देने की बड़ी तैयारी कर रहा है। आइसा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि चार मार्च को विरोध प्रदर्शन होगा। इसके समर्थन में संगठन की ओर से पर्चे बांटे जा रहे हैं। पर्चे में आइसा पर लगे आरोपों का खंडन, एबीवीपी के छद्म राष्ट्रवाद आदि बिंदुओं को उजागर कर लोगों से समर्थन की अपील की गई है। आइसा के शक्ति रजवार का कहना है कि एबीवीपी के लोगों ने जेएनयू, दिल्ली समेत पूरे देश में माहौल बिगाड़ रखा है।
राष्ट्रवाद के नाम पर लोकतंत्र पर प्रहार हो रहा है
बता दें कि आईसा का कहना है कि एबीवीपी वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी वे कोई कार्यक्रम नहीं होने दे रहे। इसका कड़ा प्रतिकार किया जाएगा। वामपंथी छात्र संगठनों की ओर से गठित फोरम फॉर कैंपस डेमोक्रेसी का कहना है कि राष्ट्रवाद के नाम पर पूरे देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को आघात पहुंचाया जा रहा है। ये भी पढ़ें: डीयू विवाद: ABVP के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार, आइसा समर्थकों पर हमले का आरोप