CM योगी-आनंदीबेन पटेल की विधायकों को नसीहत, कहा- मंत्रियों के हाथ में कुछ नहीं, सबकुछ अफसरों के हाथ में
लखनऊ, 21 मई: उत्तर प्रदेश में शनिवार को विधायकों का दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम समाप्त हो गया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नए विधायकों को नसीहत देते हुए कहा की विधायक ठेका पट्टों से दूर रहें और अपने बच्चों को भी राजनीति से दूर रखें। विधानसभा में विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि मंत्री और मुख्यमंत्री के हाथ मे कुछ नहीं है। सबकुछ अफसरों के हाथ मे है। इसी के साथ ही लखनऊ में दो दिनों से चल रहा प्रबोधन कार्यक्रम भी समाप्त हो गया। इससे पहले कार्यक्रम के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विधायकों को अपनी सीख दी थी।
परिवार को काम से दूर रखें विधायक
राज्यपाल ने विधायकों को नसीहत देते हुए कहा कि अपने बच्चों को कह दो कि आपसे दूर रहें। जिनके परिवार के लोग नजदीक रहते हैं, वहीं गलत हो जाता है। आप हर जगह समय से पहुंचे। हर जगह लेट पहुंचने वाली अपनी छवि मत बनाओ। राज्यपाल ने कहा कि जब विधायक अपने इलाके में जाएंगे तो हर विभाग की परेशानी सुननी पड़ेगी। नरेंद्र मोदी सभी मंत्रियों की बातेँ सुनते थे। हर बुधवार को गुजरात में ऐसे ही समस्याओं की चर्चा होती थी। विधायकों को काम बताने से पहले य़ह भी सोचना होगा कि विभाग का बजट क्या है। गुजरात में जब भूकंप आया था, तब बहुत काम हुआ। जब मोदी जी आए तब बहुत शिकायत आईं, तब उन्होंने कहा कि दीवाली अफसर जिलों में मनाएंगे। तब हमने यही किया। जिसका परिणाम य़ह हुआ कि जमीनी फैसले किये गए, शासनादेश बदले गए।
ठेका पट्टी में न फंसे विधायक
विधायकों की ट्रेनिंग के प्रबोधन कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विधयकों को सरकारी काम के चक्कर मे नहीं पडना है। ठेका-पट्टी में ना फंसे। आपके पास एक कार है तो वही बहुत है। इधर उधर मत करना। इसी से आपका नाम खराब होता है। इसलिए इन सारी चीजों से दूर रहिए। राज्यपाल ने कहा कि अफसरों पर नज़र रखिये। अधिकारियों से झगड़ा मत कीजिये। अगर अधिकारी से झगड़ा करेंगे तो काम कभी नही होगा। इसीलिए प्यार से कम करवाइये।
योगी ने कहा : हमारी जवाबदेही जनता के प्रति
योगी आदित्य नाथ ने कहा कि उतर प्रदेश पिछले तीन साल से राज्यपाल के मार्गदर्शन में विकास और लोक कल्यान की योजनाओं को लागू कर रहा है। मैं राज्यपाल का अभिवादन करता हूँ। नेशनल ई विधान सबसे पहले लागू किया। उत्तर प्रदेश में अब य़ह दिखता है। आप लोग को जो टेबलेट सीट पर दिया गया है वह बहुत सरल है। य़ह तकनीक बहुत उपयोगी है। आप तकनीक और विधायिका की जानकारी साथ मिल रही है। हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है। एक जनप्रतिनिधि अपना जीवन व्यवहारिक बनाए जनता के साथ संवाद करना होगा।