यूपी: भाजपा पार्षद की बहन और जीजा के साथ मारपीट करना पुलिसवालों को पड़ा महंगा
गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद में भाजपा पार्षद की बहन व जीजा से मारपीट करना पुलिसकर्मियों को बेहद महंगा पड़ा है। अधिकारियों को इस बात की सूचना मिलते ही आरोपी पुलिसवालों को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया। पूरी घटना कमला नेहरू नगर का है जहां पार्षद की बहन और जीजा एक अन्य शख्स से मारपीट कर रहे थे। पुलिस इस मामले पर कार्रवाई करते हुए पति-पत्नी को थाने ले गई जिसके बाद पार्षद की बहन ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिसवालों ने उनसे मारपीट की है। भाजपा पार्षद की बहन का मामला शासन तक पहुंचने के बाद गुरूवार की देर शाम एसएसपी गाजियाबाद ने थाना प्रभारी समेत तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में थाना प्रभारी प्रदीप त्रिपाठी के अलावा एसएसआई हिंदवीर सिंह और चौकी प्रभारी बलराम सिंह सेंगर शामिल है।
एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण ने शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की है। वहीं पति-पत्नी से मारपीट करन वाले पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज कर उचित जांच की बात कही है। बताते चलें बुधवार की देर रात कमला नेहरू नगर में पुलिस ने भाजपा पार्षद तेजपाल राणा की बहन मंजू चौहान और उसके पति धनसिंह के साथ मारपीट की थी। ये दोनों एक कार में थे। गश्त कर रहे पुलिस चौकी प्रभारी बलराम सिंह सेंगर ने कार में बैठे देखकर बाहर आने के लिए कहा। जिस पर मंजू ने बताया था कि वह पति पत्नी है और उनका भाई पार्षद है। मंजू ने यह भी पुलिस को बताया कि वह खुद भी एक वकील है।
आरोप है कि पुलिस ने उनकी नहीं सुनी और उन दोनों को जबरन थाने ले आई और उनके साथ मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने दोनों का चालान कर गुरूवार को कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने भी पति-पत्नी के खिलाफ इस तरह केस दर्ज करने पर पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। वहीं इस मामले में चौकी प्रभारी बलराम सिंह सेंगर का कहना है कि महिला और उसके पति ने उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ दी। इसलिए दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया था। एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण का कहना है कि प्रथम दृष्टया जांच में जो पुलिस कर्मी दोषी पाए गए उनको सस्पेंड कर दिया गया है।