इलाहाबाद : भाजपा सरकार बनते ही दो दारोगा पर रेप का आरोप, एसएसपी जांच के दिये आदेश
इलाहाबाद के मउआइमा में दो पुलिस के खिलाफ रेप करने का मामला सामने आया है। दोनों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
इलाहाबाद। सूबे में आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता संभाल ली है। भाजपाई जश्न में डूबे हुये हैं। लेकिन इसी बीच यूपी की इलाहाबाद पुलिस के दो वर्दीधारियों पर रेप का का आरोप लगा है। एक युवती ने यह सनसनीखेज आरोप लगाते हुये पुलिस कप्तान से शिकायत की है।
आरोप एक दारोगा व इंस्पेक्टर पर है। कप्तान ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं। यह सनसनीखेज मामला इलाहाबाद के मऊआइमा थाने का है। इसी इलाके की युवती ने मऊआइमा थानाध्यक्ष व थाने में तैनात दारोगा पर रेप का आरोप लगाया है। घटना मीडिया में आते ही पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है।
अजब है कहानी
रेप पीड़िता ने बताया कि उसके गांव के ही 2 लड़कों उसे बहला फुसलाकर अपने साथ दिल्ली ले गये। वहां जबरन उसके साथ दोनों लड़कों ने 18 दिनों तक शारीरिक शोषण किया । इधर युवती के परिजनों ने मऊआइमा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई । पुलिस ने छानबीन शुरू की लड़की के साथ दोनो लड़के बरामद किये गये । बरामदगी के बाद थाने में घटना को अंजाम दिये जाने का आरोप है।
थाने लाकर दारोगा ने किया रेप
पीड़िता ने इंस्पेक्टर मऊआइमा मनोज बघेल और दरोगा जितेंद्र सिंह पर बारी-बारी से 6 दिनों तक रेप करने का सनसनीखेज आरोप लगाया। आरोप यह भी है कि एसपी गंगापार से शिकायत के बाद पीड़िता को चुप रहने के लिये दबाव बनाया गया और इसकी एवज में पैसे की पेशकश की गई ।
परिजनों ने बताया कि शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया गया और जब वह इंसाफ के लिये गये तो पुलिस ने भी उसे नहीं बख्शा । आरोप के पीछे का सच जो भी हो अब मामला अधिकारियों के पाले में है। क्योंकि एसपी ने कहा है कि आरोपों की जांच की जा रही है। पर जांच कौन कर रहा है। क्या दारोगा खुद अपने उपर लगे आरोप की जांच करेगा।
क्या दिखेगा बदलाव का असर
महिला सुरक्षा की बात करने वाली भाजपा सरकार के लिये यह पहला दिन ही चुनौती पूर्ण है। क्या भाजपा के पदाधिकारी य सरकार की ओर से पीड़िता के लिये पहल होगी । क्या वर्दी पर लगे दाग को धोने के लिये महकमा कार्रवाई करेगा । फिलहाल सवालो के घेरे में पुलिस का घिरना तय है, ऐसे में सूबे में बदले निजाम का क्या असर होगा यह देखना दिलचस्प होगा।