संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के पहियों से आने लगी आवाज, ड्राइवर ने सुनी वरना...
उन्नाव। तमाम प्रयासों के बाद कानपुर-लखनऊ की रेलयात्रा सुरक्षित नहीं हो पा रही है। आये दिन हादसों की खबर ने रेल यात्रियों के माथे पर शिकन ला दिया है। गंगाघाट छमक नाली रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी दो हिस्सों में बंटने की खबर से हड़कंप मच गया। देर रात गार्ड ने मालगाड़ी के दो हिस्सों में बंटने के बाद वॉकी-टॉकी से यह जानकारी चालक को दी। जानकारी मिलने पर चालक मालगाड़ी रोककर वापस गाड़ी लेकर आया और छूटे हुए डिब्बों को कपलिंग से जोड़कर गंतव्य की ओर चला गया लेकिन पीछे रेल सुरक्षा पर बड़ा सवाल छोड़ गया।
इसके ठीक पहले बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होते-होते उस समय बच गई जब चालक ने पहिए में आवाज को सुनकर गाड़ी रोक दी। जानकारी करने पर पता चला की पटरी टूटी हुई है। पटरी टूटी होने की खबर से हड़कंप मचा स्वभाविक है। परंतु विभागीय लापरवाही पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लग रहा है। इसके पहले भी डाउन लाइन पर ही कई घटनाएं घट चुकी है। रेल विभाग द्वारा लखनऊ कानपुर के बीच पटरियों का निरीक्षण की खानापूरी लगातार की जा रही है जिसके कारण किया दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है।
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ढ़ाई
घंटे
बाद
रेल
यातायात
हुआ
बहाल
हुआ
दिल्ली
से
दरभंगा
जा
रही
बिहार
संपर्क
क्रांति
एक्सप्रेस
हादसों
का
शिकार
होते
होते
उस
समय
बच
गई
जब
कानपुर
से
लखनऊ
की
तरफ
जा
रही
एक्सप्रेस
ट्रेन
के
पहियों
से
मगरवारा
के
पहले
छमक
नाली
के
पास
आवाज
आने
लगी।
आवाज
सुन
चालक
ने
ट्रेन
रोक
दी।
चालक
ने
उतर
कर
जानकारी
की
तो
पता
चला
कि
पटरी
टूटी
है।
कंट्रोल
ऑफिस
के
साथ
लखनऊ
मंडल
के
रेल
परिचालन
विभाग
को
रेल
पटरी
टूटे
होने
की
जानकारी
दी
गई।
पटरी
टूटी
होने
की
खबर
मिलते
ही
विभाग
में
हड़कंप
मच
गया।
सप्तक्रांति
एक्सप्रेस
के
यात्रियों
ने
भी
उतर
कर
रेल
पटरी
को
देखा
तो
उनके
होश
उड़
गये।
रात
में
ही
पटरी
ठीक
करके
लगभग
ढाई
घंटे
बाद
रेल
यातायात
को
खतरे
की
सूचना
के
साथ
बहाल
किया
गया।
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