बांके बिहारी मंदिर हादसा: जांच कमेटी ने CM Yogi को सौंपी रिपोर्ट, जानिए किसको ठहराया जिम्मेदार
लखनऊ, 10 सितंबर: उत्तर प्रदेश में मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में मची भगदड़ की जांच के लिए गठित जांच समिति ने उत्तर प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों ने पुष्टि की कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में जन्माष्टमी उत्सव के दौरान मथुरा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित समिति में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह और अलीगढ़ संभाग के आयुक्त शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि समिति ने शुक्रवार को राज्य सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई सुझाव दिए हैं।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश
सूत्रों की माने तो रिपोर्ट में यह कहा गया है कि मंदिर प्रशासन के कठोर रवैये के कारण ऐसी दुर्घटना हुई जिसने लोगों की जान ले ली और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की। इस रिपोर्ट के बाद यूपी सरकार मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। उल्लेखनीय है कि जन्माष्टमी पर पवित्र शहर मतुरा में पिछले महीने आरती के दौरान प्रतिष्ठित बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ के दौरान दो भक्तों की कुचलकर मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में बनी थी कमेटी
यह घटना मंगला आरती के दौरान हुई थी जो साल में एक बार जन्माष्टमी के दौरान की जाती है और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। कोविड पाबंदियों के चलते पिछले दो साल से श्रद्धालुओं को मंदिर में नहीं आने दिया गया और इस साल मंगला आरती की गई थी। हादसे के बाद सीएम ने इस कमेटी का नेतृत्व पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई थी। समिति उन परिस्थितियों की जांच कर रही थी जिनमें घटना हुई थी और यह भी सुझाव दिया है कि इसकी पुनरावृत्ति को कैसे रोका जाए।
कमेटी को 15 दिन में देनी थी अपनी रिपोर्ट
कमेटी अपनी जांच पूरी कर 15 दिन के अंदर सरकार को अपनी रिपोर्ट देनी थी। तत्कालीन अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने इस आशय का आदेश जारी किया था। घटना के कारणों की जांच के अलावा, समिति भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए मंदिर परिसर में आवश्यक सुधार और सुधार का भी सुझाव देना था मंदिर में आने वाले भक्तों की बड़ी संख्या को बेहतर ढंग से मैनेज करने को लेकर रिपोर्ट देनी थी।
बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के समय हुआ था हादसा
यह घटना तब हुई थी जब जन्माष्टमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रार्थना करने और अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए प्रसिद्ध मंदिर में उमड़ पड़े थे। मंदिर के प्रांगण को किनारे पर पैक कर दिया और सांस लेने के लिए बहुत कम जगह थी। घटना सुबह करीब 2 बजे मंगला आरती के दौरान हुई थी और मंदिर के अंदर कुछ लोगों के बेहोश होने के बाद पुलिस को श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित करना पड़ा था। घटना से एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का दौरा किया।
सीएम योगी पर टिकी सबकी निगाहें
बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे की के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सीएम योगी को सौंप दी है। अब सबकी निगाहें योगी के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। सूत्रों की माने तो हादसे में जिन लोगों की लापरवाही सामने आई है उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सीएम कर सकते हैं। रिपोर्ट सीएम को सौंपी गई है। इसका अध्ययन करने के बाद ही वह अगला कदम उठाएंगे। रिपोर्ट के बाद ऐसी भी संभावना है कि इस तरह का हादसा आगे न हो इसको लेकर भी योगी कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
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