निकाय चुनाव: वोट देने में पिछड़े इलाहाबादी, मात्र 30.47 फीसदी हुआ मतदान
इलाहाबाद। नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में संगम नगरी इलाहाबाद में मतदान हुआ, जिसमें इलाहाबादी पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए। नगर निगम क्षेत्र के 80 वार्डों में मात्र 30.47 फीसद मतदान हुआ। हालांकि 2012 में तो इससे भी कम मात्र 27 फीसद ही मतदान हुआ था। तीन-तीन मंत्रियों वाले इस शहर में मतदान की ऐसी स्थिति देखकर मठाधीशों की गुणागणित ध्वस्त हो गई है, जबकि प्रशासन की मतदान प्रतिशत बढ़ाने की सारी कवायद खोखली साबित हुई। इलाहाबाद में मतदान के दौरान मतदाता सूची में गड़बड़ी, कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी तो कई इलाको में फर्जी मतदान को लेकर छिटपुट झड़प भी हुईं। हालांकि इलाहाबाद की नगर पंचायतों ने जरूर इज्जत बचाई और कोरांव में सबसे अधिक 75.42 प्रतिशत मतदान हुआ। ठिलहाल महापौर, चेयरमैन, पार्षद व सभासद के कुल 1669 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला अब 1 दिसंबर को होगा।
कहां कितना हुआ मतदान
1
-
नगर
निगम
इलाहाबाद
-
30.47
2-
नगर
पंचायत
कोरांव
-
75.42
3-
नगर
पंचायत
झूंसी
-
61.94
4
-
नगर
पंचायत
फूलपुर
-
57.38
5
-
नगर
पंचायत
भारतगंज
-
59.71
6
-
नगर
पंचायत
मऊआइमा
-
63.12
7
-
नगर
पंचायत
हंडिया-
63.17
8
-
नगर
पंचायत
लालगोपालगंज
-
57.5
9
-
नगर
पंचायत
शंकरगढ़
-
61.32
10
-
नगर
पंचायत
सिरसा
-
65
होगी
कड़ी
टक्कर
कम
मतदान
प्रतिशत
ने
एक
बात
तो
साफ
कर
दी
हि
कि
इस
बार
प्रत्याशियों
में
कांटे
की
टक्कर
होगी।
कम
वोटिंग
प्रतिशत
हर
किसी
को
बडा
झटका
देगी
और
अब
अपनी
जीत
का
दावा
कर
रहे
बडे
दलों
ने
भी
चुप्पी
साध
ली
है।
इलाहाबाद
में
महापौर
के
लिए
24
प्रत्याशियों
के
लिए
10
लाख
57
हजार
768
वोटर
में
मात्र
30
फीसद
वोट
किस
प्रत्याशी
का
भाग्य
उदय
करेंगे
यह
अब
पूरी
तरह
से
अंधेरे
में
है।
इस
चुनाव
में
कम
वोटों
से
हार-जीत
होगी,
ऐसे
में
वोटों
की
गिनती
के
दिन
स्थिति
नाजुक
होने
की
संभावना
है।
अगर
निर्दलीय
उम्मीदवारों
ने
उम्मीद
के
सापेक्ष
कुछ
भी
वोट
काटे
होंगे
तो
बड़े
दलों
के
उम्मीदवार
और
मुश्किल
में
नजर
आएंगे।
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