लड़की छेड़ने वालों की अब खैर नहीं, यूपी पुलिस ने उठाया ये कदम
इलाहाबाद। यूपी में महिला सुरक्षा और छेड़खानी से रोकथाम के लिये एंटी रोमियो स्क्वायड की कड़ी में एक और व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब शोहदों की पहचान रिकार्ड में दर्ज होगी। यानी इनसे निपटने के लिये पुलिस लिखापढ़ी की कार्रवाई में सख्ती दिखाएगी। इसके लिये यूपी पुलिस रेड कार्ड लेकर आ रही है। इलाहाबाद में इसकी तैयारी पूरी हो गई है।
रेड कार्ड शोहदों पर लगाएगा अंकुश
सीओ डीपी तिवारी ने बताया कि यह रेड कार्ड छिछोरों के लिये शामत होगी क्योंकि जिनके नाम का रेड कार्ड जारी हुआ उनपर पुलिस की नजर होगी। साथ ही अगली बार कहीं गलत जगह दिखने या गलत हरकत या शिकायत में नाम सामने पर उन्हें सीधा जेल भेजा जाएगा। साथ ही उनका चरित्र सर्टिफिकेट पुलिस रिकार्ड में इस तरह दर्ज होगा कि किसी भी प्रक्रिया में जब पुलिस सत्यापन होगा तो उनका दागदार चरित्र उन्हे संबंधित सुविधा/ योजना और नौकरी से वंचित कर देगा। अभी तक माफी मांगने, परिजनों के हस्तक्षेप और रास्ता, स्थान बदलकर मनचले अपनी घिनौनी हरकत को अंजाम दे रहे थे। ऐसे में वह अपनी हरकत के बाद भी बच निकलते थे लेकिन अब रेड कार्ड उन पर अंकुश लगाएगा।
लड़कियों ने बताए शोहदों के नाम और पते
रेड कार्ड को तैयार करने के लिये पुलिस ने जमीनी स्तर से शुरूआत की है। साथ ही अंदर तह तक जाकर मनचलों की डिटेल निकाली है। इसके लिये पुलिस से इलाहाबाद के शहरी व ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में संपर्क किया। गर्ल्स स्कूल कालेज को प्रमुखता दी गई है। क्योंकि यहां छात्राओ को सीधे टारगेट किया जा रहा है। स्कूल कालेज में पढ़ रही हजारों छात्राओ को पुलिस ने एक एक फार्म दिया। इस फार्म में मनचलों से संबंधित जानकारी मांगी गई। मसलन मनचलों के बैठने की जगह, उनका रास्ता, उनका नाम, घर, पता। फार्म में शोहदों के आने जाने का समय, बाइक, पहनावा आदि का भी फीडबैक लिया गया है। पुलिस ने फार्म के माध्यम से हर वह जानकारी निकाली है। जिससे शोहदों को पकड़ने के बाद उनका रेड कार्ड जारी किया जा सके। हर छात्रा ने कुछ न कुछ फीडबैक जरूर दिया है।
इस तरह होगी कार्रवाई
छात्राओ द्वारा उपलब्ध कराई जानकारी के बाद अब पुलिस और ऐंटी रोमियो स्क्वायड संबंधित जगह और रास्तों पर सादी वर्दी में मौजूद होंगी। छेड़खानी करने वालों को पकड़ा जाएगा। उन्हें थाने लाया जाएगा। छिछोरों की फोटो खीचीं जाएगी। उसके नाम पता के साथ उसका पूरा रिकार्ड दर्ज किया जाएगा। यह क्रम हर तरह की मिली जानकारी के स्तर पर जारी रहेगा। यानी पुलिस टैक्सी में सफर करेगी। रेलवे स्टेशन के बाहर, पार्क, यूनिवर्सिटी के गेट, चौराहे व अन्य जगह जो फीडबैक में आएंगी वहां गोपनीय तरीके से नजर रखेगी और हरकत होते ही एक्शन शुरू करेगी।