इकाना भगवान विष्णु का नाम था, भाजपा ने उन्हीं का नाम हटा दिया: अखिलेश
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ के इकाना स्टेडियम का नाम बदले जाने पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'इकाना भगवान विष्णु का नाम था, इन्होंने उन्हीं का नाम ही हटा दिया।'
बता दें कि हाल ही भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए टी-20 मैच से पहले योगी सरकार ने इकाना स्टेडियम का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशल स्टेडियम कर दिया था। अचानक नाम बदले जाने के बाद सूबे के सियासी गलियारे भी सुलग उठे। हालांकि, तब अखिलेश यादव का बयान नहीं आया। लेकिन अब वाराणसी में उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को आड़े हाथों लिया है।
अखिलेश ने कहा है कितने गर्व की बात थी कि हमने जो इकाना स्टेडियम बनवाया लखनऊ में, वहां पहली बार अंतराष्ट्रीय टी-20 मैच हुआ। लेकिन दुःख है उसका, कि सोचो जो नाम उन्होंने बदला वह भगवान विष्णु के नाम पर था। इकाना भगवान विष्णु का नाम है, उन्होंने भगवान विष्णु का ही नाम हटा दिया। आप इनको धर्मिक मानेंगे? इससे तो अब उन्हीं को नुकसान होगा न!''
अटल
को
सम्मान
देना
है
तो
और
स्टेडियम
बनाएं
सपा
सुप्रीमो
अखिलेश
ने
ये
भी
कहा
कि
अगर
अटल
बिहारी
वाजपेयी
जी
को
सम्मान
देने
चाहते
हैं,
तो
उनकी
जन्म
स्थली
बटेश्वर
है,
वहां
इससे
सुंदर
स्टेडियम
बनाइये।
हम
तो
कहते
हैं
कि
सरकार
बनारस
में
स्टेडियम
बनाये
और
फिर
टी-20
और
आईपीएल
के
मैच
हों
तो
ज्यादा
सम्मान
मिलेगा।'
पत्रकारों
को
क्योटो
ले
जाउूंगा
केंद्र
सरकार
द्वारा
बनारस
को
क्योटो
बनाने
से
जुड़े
वादे
पर
जब
पत्रकारों
ने
अखिलेश
से
क्योटो
के
बारे
में
पूछा
तो
अखिलेश
ने
कहा,
'हां
मैं
गया
हूं
क्योटो।
अब
हमारी
सरकार
बनी
तो
बनारस
के
पत्रकारों
को
लेकर
क्योटो
लेकर
जाँऊगा।
वहीं
आप
लोगों
के
साथ
बैठकर
डिस्कस
होगा
कि
यहां
क्योटो
कैसे
बने।''
अखिलेश
यादव
ने
यह
सभी
बातें
गोवर्धन
पूजा
समारोह
के
बाद
वाराणसी
में
कहीं।