यूपी: संतान की चाह में महिला ने दी 10 साल के बच्चे की बलि, तांत्रिक के कहने पर गाल काटकर चली थी खून पीने
चोरी किए गए बच्चे को उसने कमरे में बंद कर दिया और रजाई के अंदर दबा दिया, जिससे उसकी चीखें बाहर ना आ सके।
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शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में पुलिस ने एक बड़ा सनसनीखेज खुलासा किया है। जहां एक महिला ने संतान पाने के लिए एक मासूम बच्चे की बली चढ़ा दी। बच्चे की बली देने वाली घटना से इलाके में दहशत का माहौल था लेकिन पुलिस ने खुलासे के बाद महिला समेत तीन लोगों को हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया है। आरोपी महिला ने भी बड़े चौकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपी महिला ने बताया कि तांत्रिक मौलाना ने बताया था कि बच्चा चहिए तो एक बच्चे की बली दो, उसके बाद बच्चे के बाएं गाल पर काटकर उसका खून मुंह के अंदर लेना है। इसमें महिला ने एक और खुलासा किया है कि उसका प्रेम प्रसंग रिश्ते के मामा के साथ चल रहा था। फिलहाल पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है।
चोरी कर बच्चे को किया कमरे में बंद, रखा रजाई से ढक कर
दरअसल पुलिस के घेरे में खड़ी 28 वर्षीय महिला धनदेवी पत्नी धर्मपाल, महिला का ममेरा भाई सुनील और महिला का रिश्ते का मामा सूरज ये तीनों थाना रौजा के जमुका गांव के रहने वाले हैं। महिला की शादी पीलीभीत के थाना बीसलपुर के ग्राम मैना गौटा के रहने वाले धर्मपाल से हुई थी। महिला धनदेवी की शादी को 7 साल बीत चुके है लेकिन उसकी कोई संतान नहीं हो रही थी। आरोपी महिला धनदेवी ने बताया कि संतान सुख पाने के लिए उसने हर जतन किया है लेकिन संतान सुख नसीब नहीं हुआ। उसके बाद वो करीब दो महीने पहले पीलीभीत के रहने वाले एक मौलाना के संपर्क में आई। पहले तांत्रिक मौलाना ने उसे दवा दी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसके बाद तीन दिन पहले तांत्रिक ने कहा कि बच्चा पाने के लिए एक बच्चे की बली देनी होगी। उसके बाद बच्चे की चाह ने उसको अंधा कर दिया और वो घर आई और पड़ोस में रहने वाले बृजेश कुमार के बेटे को घर उठाकर अपने घर मऊ ले गई।
शक ना होने पर बाहर फेंकी रही लाश
चोरी किए गए बच्चे को उसने कमरे में बंद कर दिया और रजाई के अंदर दबा दिया, जिससे उसकी चीखें बाहर ना आ सके। उसके बाद रात के करीब 12 बजे महिला धनदेवी उसका ममेरा भाई सुनील और महिला का मामा जो महिला का प्रेमी भी है। इन तीनों ने मिलकर 10 साल के मासूम बच्चे की बली दे दी। आरोपी के मुताबिक तांत्रिक ने बली देने का तरीका भी बताया था। उसने कहा था कि रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या करना और उसके बाद उसके बाएं गाल पर दातों से काटना और काटने के बाद निकले खून को मूहं में लेना है। ऐसा करने से उसको संतान की प्राप्ति हो जाएगी। महिला ने मासूम की बली देने के बाद रात में ही बच्चे के शव को घर के बाहर चारपाई पर डाल दिया था, जिससे उसके उपर शक ना हो।
महिला ने आशिक के साथ मिलकर किया पाप
एसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि दो दिन पहले जमुका गांव मे बच्चे की लाश मिली थी। मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगो के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज जांच शुरू की। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मृतक बच्चे के घर के आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो जिस घर के बाहर चारपाई पर बच्चा पङा मिला था उस घर की महिला धनदेवी की बताई हुई बाते संदिग्ध लगने पर महिला से जब सख्ती से पूछताछ की तो बड़ा चौकाने वाला खुलासा हुआ। एसपी सिटी के मुताबिक महिला ने दो लोगो के साथ मिलकर संतान की चाह मे मासूम बच्चे की बली दे दी है। महिला वह उसके दो साथियों ने अपना जुर्म कबूल किया है। साथ ही जिस तांत्रिक के इशारे पर बली दी गई है उसकी भी जांच की जा रही है।
तांत्रिक के कहने पर बच्चे का गाल काटकर पीने वाली थी खून
आपको बता दें कि महिला धनदेवी के माता पिता लखीमपुर के निजामपुर गांव मे रहते है। आरोपी महिला धनदेवी की शादी पीलीभीत के थाना बीसलपुर क्षेत्र में धनपाल से हुई थी। पति धनपाल ईट के भट्टे पर नौकरी करता है। वह कभी कभी अपने घर आता है। आरोपी महिला धनदेवी पिछले दो माह से थाना रोजा के ग्राम जमुका मे रहने वाली नानी के घर रहे रही थी। दो माह मे ही नानी के घर के पङोस मे रिश्ते के मामा सूरज से उसका प्रेम प्रसंग हो गया। उसने संतान न होने की बात प्रेमी सूरज को बताई। उसके बाद प्रेमी सूरज और ममेरा भाई सुनील के साथ ही महिला तांत्रिक मौलाना के पास गई थी। फिलहाल पुलिस ने महिला समेत तीनो तीनों आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया है। और तांत्रिक मौलाना की जांच शुरू कर दी है।
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