Udaipur : 10 जून से 28 जून, कन्हैया लाल के साथ कब-कब क्या हुआ ?
उदयपुर, 29 जून: राजस्थान के उदयपुर में 28 जून, मंगलवार को टेलर कन्हैया लाल की निर्मम हत्या से पूरा देश स्तब्ध है। कन्हैया लाल के दोनों हत्यारों को पकड़ लिया गया है। जांच एजेंसियां इस पूरी वारदात को आतंकी घटना से जोड़ कर देख रही हैं। हत्यारों को जल्द से जल्द से फांसी की सजा दिए जाने की मांग उठ रही है। राज्य में धारा 144 लागू है। उदयपुर कलेक्टर और एसपी मनोज कुमार समेत दर्जन भर थाने की पुलिस मौके पर तैनात है। शहर की हर गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कन्हैया लाल का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। आइए आपको बताते हैं इस घटना की शुरूआत कहां से हुई, कब-कब क्या हुआ?
10 जून : सोशल मीडिया पर पोस्ट से हुई विवाद की शुरूआत
खबरों के मुताबिक, इस पूरे विवाद की शुरूआत 10 जून को हुई। कन्हैया लाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की थी। इसको लेकर कन्हैया लाल का स्थानीय लोगों ने विरोध किया।
11 जून से 13 जून तक क्या हुआ ?
11
जून
को
पड़ोसी
नाजिम
ने
कन्हैया
लाल
के
खिलाफ
एफआईआर
दर्ज
करा
दी।
12
जून
को
पुलिस
ने
कन्हैया
लाल
को
गिरफ्तार
कर
लिया।
13
जून
को
दोनों
पक्षों
ने
समझौते
के
बाद
कोर्ट
से
कन्हैया
को
जमानत
मिल
गई।
15 जून : कन्हैया लाल ने जताई हत्या की आशंका, पुलिस से मांगी सुरक्षा
इस घटना के बाद कन्हैया लाल काफी डर गए। उन्हें धमकियां मिल रही थीं। 15 जून को उन्होंने पुलिस को पत्र लिखकर अपनी हत्या की आशंका जताई और सुरक्षा की गुहार लगाई। पुलिस को दिए शिकायती पत्र में उन्होंने लिखा था कि 5-6 दिन पहले मोबाइल पर इंटरनेट के जरिए उनके बेटे से गेम खेलते वक्त आपत्तिजनक पोस्ट हो गई थी, दो दिन बाद कुछ लोग उनकी दुकान पर आए और मोबाइल से आपत्तिजनक पोस्ट के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मैंने पोस्ट डिलीट कर दी। कन्हैयालाल ने आगे लिखा, मेरे खिलाफ 11 जून को मेरे पड़ोसी द्वारा मामला दर्ज कराया गया।
'अगर मैंने दुकान खोली, तो मुझे जान से मार दिया जाएगा'
कन्हैया लाल ने पुलिस को ये भी बताया कि पड़ोसी नाजिम और उसके साथ 5 लोग उसकी दुकान की रेकी कर रहे हैं। मुझे दुकान नहीं खोलने दे रहे हैं। मेरी दुकान खुलते ही ये लोग मुझे जान से मारने की कोशिश करेंगे। नाजिम ने मेरा फोटो सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल कर दिया है। सबसे कह दिया है कि ये व्यक्ति अगर कहीं दिखे या दुकान पर आए तो जान से मार देना। ये लोग दबाव बना रहे हैं कि अगर मैंने दुकान खोली, तो मुझे जान से मार दिया जाएगा। कन्हैया ने नाजिम समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। हालांकि, पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
28 जून : कन्हैया ने 6 दिन बाद खोली दुकान, दो हत्यारों ने कर दी हत्या
कन्हैया लाल की भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान थी। उन्होंने 28 जून, मंगलवार को 6 दिन बाद अपनी दुकान खोली थी। दो युवक मोहम्मद गौस और रियाज कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए। इसी दौरान रियाज ने कन्हैया पर हमला कर दिया, जबकि मोहम्मद गौस वीडियो बनाता रहा। कन्हैया लान का सिर कलम करने के बाद आरोपियों ने वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया।
पत्नी ने कहा - हत्यारों को फांसी दो
बुधवार
दोपहर
कन्हैया
लाल
अंतिम
संस्कार
किया
गया।
कन्हैयालाल
की
पत्नी
और
परिजनों
का
रो-रोकर
बुरा
हाल
हो
गया।
कन्हैया
लाल
की
पत्नी
ने
रोते
हुए
आरोपियों
को
फांसी
की
सजा
की
मांग
की
है।
उन्होंने
कहा,
'आरोपियों
को
फांसी
दो,
आज
उसने
हमारे
पति
को
मारा
है,
कल
दूसरों
को
मारेंगे।'
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