गठबंधन प्रत्याशी पर मेनका का हमला, बोलीं- एक मां और बंदूकधारी के बीच है ये लड़ाई
Sultanpur news, सुल्तानपुर। केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी ने रविवार को कादीपुर विधानसभा क्षेत्र में कैम्पेन के दौरान गठबंधन के प्रत्याशी की तुलना बंदूक धारी इंसान से की है। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई कौरव और पांडव की है। मेनका ने ये भी कहा कि ये लड़ाई एक मां और एक बंदूकधारी इंसान के बीच में है। बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने सुल्तानपुर सीट से बाहुबली चन्द्रभद्र सिंह सोनू को गठबंधन का प्रभार सौंपा है।
ऐसे आदमी को खून की आदत बन जाती है: मेनका
दशगरपारा में एक सभा को संबोधित करते हुए मेनका गांधी ने आगे कहा कि जो आदमी बंदूक उठाता है दुनिया पर वार करने के लिए वो अपनी कौम को भी नहीं छोड़ता है। उसको आदत बन जाती है खून की। अपनी चीजों को आगे करने के लिए उसको पैसों की जरूरत होती है। वो कोटेदारों से पैसा लेता है। कोटेदार कहां से पैसा निकालेगा? एक विधवा को भूखा रखेगा, एक अपाहिज को भूखा रखेगा। उन्होंने कहा जो ठेकेदारों से बंदूक की नोंक पर पैसा लेगा वो कच्ची सड़क बनाएगा, पहली ही बारिश में बह जाएगा, फिर कोई नहीं आएगा।
मेनका ने जोड़े भावनात्मक रिश्ते
मेनका ने सुल्तानपुर की जनता से भावनात्मक रिश्ते जोड़ते हुए कहा कि वरुण ही नहीं आप सब मेरे बेटे हो। मैं आई थीं नई नवेली दुल्हन बनकर 19 साल की उम्र में, मेरे पति इंदिरा गांधी जी के बेटे थे। वो देश में कहीं से भी लड़ सकते थे। उन्होंने एक नहीं, दो बार सुल्तानपुर चुना। यहां आए तो बहुत ख़ुश। मैं उनके साथ आई थीं, अब इतने सालों के बाद मैने पहले अपना बेटा दिया और मेरे बेटे ने बहुत मेहनत की। आपकी सड़कें बनी, आज तक लोग लेते हैं देते नहीं। उन्होंने देखा गोरखपुर में बच्चे मर रहे हैं, आक्सीजन के आभाव में तो उन्होंने करोड़ों रुपए लगा करके एक बच्चों के अस्पताल की विंग दी।
मोदी सरकार की योजनाओं का गुणगान
मेनका ने कहा कि मोदी सरकार की इतनी सारी योजनाएं आयीं, जिससे गरीबों के लिए बहुत बड़ी राहत है। इज्जत घर के बनने से इज्जत बन जाती है। मुद्रा योजना से छोटे-छोटे व्यापारियों को एक बड़ा लाभ मिल गया है। मुफ्त में गैस चूल्हा महिलाओं को मिलने से उन्हें को धुएं से राहत मिल गई है।
बजरंगबली की शरण में मेनका
वर्षों के बाद केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी रविवार को कादीपुर स्थित बजरंगबली के दरबार बिजेथुआ महावीरन धाम में पहुंची। उन्होंने यहां बजरंगबली की आरती कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद ताबड़तोड़ 9 सभाएं की। उन्होंने करौंदीकला करनवल, करौंदीकला, परशुराम, बांगरकला, दशगरपारा, कादीपुर के पटेल चौक, जयसिंहपुर के बगिया गांव, कमनगढ़ में सभा कर अपनत्व का रिश्ता जोड़ा।
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