रूसी घुसपैठ से देश की रक्षा के लिये जंग में कूदा वर्ल्ड चैम्पियन बॉक्सर, यूक्रेनियन आर्मी में हुआ भर्ती
नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस में चल रहे युद्ध के बीच तीसरे विश्व युद्ध और न्यूक्लियर वॉर का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में बहुत सारे देश अपने मूल के निवासियों को यूक्रेन से बाहर लाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। वहीं पर यूक्रेन के नागरिक देश की रक्षा करने और रूसी सेना से भिड़ने के लिये देश की सेना में भर्ती हो रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने खुद आर्मी को ज्वाइन कर अपने देश के युवाओं को इसमें शामिल होने के लिये प्रेरित किया है। हाल ही में मिस यूक्रेन रह चुकी एंटाशिया लेना ने आर्मी को ज्वाइन कर देश की रक्षा में अपना योगदान देने की पहल की थी।
यूक्रेनियन आर्मी में भर्ती होने वाले मशहूर लोगों में अगला नाम 3 बार वर्ल्ड हैविवेट बॉक्सिंग चैम्पियन वैसिल लोमाचेंको का है, जिन्होंने देश लौटकर सीमा पर हो रही रूसी घुसपैठ रोकने के लिये आर्मी को ज्वाइन कर लिया है। यूक्रेन का यह 34 वर्षीय बॉक्सर 3 अलग-अलग वेट डिविजन में बॉक्सिंग का वर्ल्ड चैम्पियन रह चुका है। शुरुआत में खबर आयी थी कि रूसी घुसपैठ के बाद वो देश छोड़कर ग्रीस चले गये थे लेकिन अब उन्होंने देश लौटकर युद्ध में भाग लेने का फैसला किया है।
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स्थानीय मेयर ने फेसबुक पोस्ट के जरिये दी जानकारी
वैसिल लोमाचेंको के सेना में भर्ती होने की खबर एक फेसबुक पोस्ट से मिली है, जिसे वहां के स्थानीय मेयर वाइटली रेहडान ने पोस्ट किया है। इस पोस्ट में लोकल मेयर लोमाचेंको के साथ नजर आ रहे हैं, जिसमें इस बॉक्सर को आर्मी की ड्रेस से लैस देखा जा सकता है।
फेसबुक पर शेयर की गई इस पोस्ट में स्थानीय मेयर ने लिखा है कि बेलगोरोड-डिनिस्टर की सीमा सुरक्षा के लिये बैटेलियन बनायी जा चुकी है और वह पूरी तरह से हथियार से भी लैस है। बॉक्सर वैसिल लोमाचेंको सुरक्षा करने के लिये खुद मौजूद हैं।
घुसपैठ के बाद चला गया था ग्रीस, फिर वापस लौटा घर
रिपोर्ट के अनुसार बॉक्सिंग के इस दिग्गज खिलाड़ी के लिये पिछले कुछ दिन काफी व्यस्त रहे थे, जिसमें उनके यूक्रेन से ग्रीस जाने और वहां से वापस आने का सफर का शामिल है। खबर के अनुसार वैसिल को यूक्रेन वापस आने के लिये पहले रोमानिया के बूचारेस्ट जाना पड़ा था, जहां से वो यूक्रेन में अपने होम टाउन ओडेसा में लौट कर आये।
गौरतलब है कि लोमाचेंको पहले मशहूर यूक्रेनियन बॉक्सर नहीं है जिसने शोहरत भरी जिंदगी छोड़कर देश की रक्षा करना चुना है, बल्कि उनसे पहले व्लादिमिर और वाइटली लिटस्को ने भी यही काम किया है।
परमाणु हमले की धमकी के बाद मुश्किल हैं हालात
उल्लेखनीय है कि एक रात पहले यूक्रेन की राजधानी कइव समेत कई शहरों खारकिव, चेरनिहिव में बम धमाके की खबर आयी है। यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की धमकी दिये जाने के बाद अलग-अलग सेना के बीच हाई अलर्ट किया जा चुका है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वो कइव और मॉस्को के बीच बेलारूस की सीमा पर शांति वार्ता करना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया है कि उन्हें इस बातचीत से शांति की बहुत ही कम उम्मीद है। शांति वार्ता के लिये भेजे जाने वाले यूक्रेनियन डेलिगेशन में जेलेंस्की शामिल नहीं होंगे। आपको बता दें कि यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रूसी घुसपैठ के बाद अब तक (रविवार) 352 नागरिकों जिसमें 14 बच्चे शामिल हैं के मारे जाने की पुष्टि की है।