रोनाल्डो का वर्ल्ड कप का सपना मोरक्को ने तोड़ा, सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम बनी
कतर में क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनल मेसी और नेमार जैसे सितारे फीफा वर्ल्ड कप की शान बनने के लिए तैयार थे। लेकिन किस्मत की बाजी ऐसी पलटी की पुर्तगाल और ब्राजील को उन टीमों से मात मिली जिन पर किसी ने दांव नहीं लगाया था।
फीफा वर्ल्ड कप 2022 में जिन तीन सुपरस्टार्स पर नजरें थे उनमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनल मेसी और नेमार का नाम आता था। नेमार ब्राजील की हार के बाद बुरी तरह टूट चुके हैं। क्रोएशिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में बाहर होना उनके लिए मानसिक आघात जैसा है। इसके बाद पुर्तगाल के बाहर होने के बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो की आंखों में भी आंसू आ गए हैं क्योंकि अपने पांचवें विश्व कप में बड़ी ट्रॉफी जीतने के उनके सपने टुकड़े-टुकड़े हो गए। अब केवल मेसी बचे हैं और जिस तरह से सितारों का टूटना कतर में हो रहा है उसके हिसाब से अर्जेंटीना को सेमीफाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ बहुत सतर्क होना चाहिए।
रोनाल्डो का गम इसलिए और भी बड़ा है क्योंकि पुर्तगाल को मोरक्को ने हराया जो ना तो फुटबॉल में सुपरपॉवर है और ना ही इससे पहले कभी सेमीफाइनल में पहुंचा है। यहां तक कि अफ्रीका से खुद कोई देश पहली दफा ही अंतिम चार में पहुंचा है। पुर्तगाल को ये मैच जीतना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हो सका और रोनाल्डों ने नम आंखे लिए मैदान छोड़ दिया। वे अंतिम सीटी बजने के बाद आंसू बहाते हुए टनल से नीचे उतर गए। पांच बार के वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर विश्व कप पर कब्जा किए बिना या कभी फाइनल में पहुंचे बिना ही अपना करियर खत्म करने के लिए तैयार हैं।
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ब्रेक के छह मिनट बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो बेंच से बाहर आ गए, लेकिन अपनी टीम को हार से बचने में मदद करने में नाकामयाब रहे। 51वें मिनट में रोनाल्डो का मैदान पर आगमन पूरे जोश के साथ हुआ और पुर्तगाल की टीम में नई ऊर्जा का संचार करने की कोशिश, जिसके चलते स्विट्जरलैंड पर बड़ी जीत में हैट्रिक हीरो गोंकालो रामोस एक 58वें मिनट में एक करीबी हैडर में चूक गए। पांच मिनट बाद, ब्रूनो फर्नांडीस ने क्रॉसबार के टॉप पर हिट किया। अब फाइनल में जगह बनाने के लिए मोरक्को का मुकाबला फ्रांस से होगा।
ऐसा नहीं कि रोनाल्डो के पास मौके नहीं थे। उनके पास बॉक्स के आउटसाइड कुछ मौके थे लेकिन या तो वे अपने शॉट में पूरे कंट्रोल के साथ नहीं दिखे या फिर जो शॉट लगाए वह सीधे गोलकीपर के पास गए। इस तरह अल थुमामा स्टेडियम में खेलते हुए केवल 10 खिलाड़ियों वाली मोरक्को ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो के सपने को चकनाचूर कर दिया। यह मोरक्को के लिए एक विशेष जीत थी। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट के दौरान केवल एक गोल खाया था, जो कि कनाडा के खिलाफ टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज में खुद का ही किया गोल था।