38 की उम्र में जब द्रविड़ T-20 खेल सकते हैं तो 37 के कार्तिक क्यों नहीं?
स्पोर्ट्स डेस्क, 14 सितंबर: “बहुत समय हो गया भारत ने कोई बहुराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता नहीं जीती है। मैं वह खिलाड़ी बनना चाहता हूं जो भारत को कोई खिताब जीतने में मदद करे। इसके लिए आपको अलग तरह से तैयारी की की जरूरत है। इसके लिए आपको बहुत सी चीजों के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। ताकि आप उस वांछित खिलाड़ी के रूप में सामने आ सकें। आप कुछ ऐसा करें कि लोग कहें, हां ! यह खिलाड़ी कुछ खास कर रहा है। मैं ऐसा ही खिलाड़ी बनना चाहता था।” यह कथन है भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का।
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बहुत मेहनत की है, खेलने तो दीजिए !
कार्तिक को टी-20 विश्वकप टीम में शामिल किया गया है। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली श्रृंखला के लिए भी उन्हें चुना गया है। चूंकि उनकी उम्र 37 साल है इसलिए कुछ लोग उनके चयन पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन क्या उम्र कामयाबी की राह में आड़े आ सकती है ? बिल्कुल नहीं। कार्तिक ने खुद को साबित किया है तब उन्हें मौका मिला है। किसी के रहमोकरम पर वे टीम में नहीं आये हैं। जैसा कि कार्तिक ने कहा है, मैं भारत के लिए मैच विजेता (टी-20 वर्ल्ड कप) बनना चाहता हूं और इसके लिए कड़ी मेहनत की है। अगर किसी खिलाड़ी में इतना आत्मविश्वास है तो उस पर भरोसा करना चाहिए। उन्हें खेलने दीजिए। उनके प्रदर्शन को देखिए। फिर कुछ कहिए। टीम प्रबंधन को कार्तिक पर पूरा भरोसा है। तभी उन्हें विश्वकप के अलावा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी टीम में रखा गया है। कार्तिक ने भी साफ साफ कह दिया है कि वे कुछ बड़ा करने के लिए टीम में आये हैं। अगर नहीं कर पाये तो खुद किनारे हो जाएंगे। किसी को कुछ कहना नहीं पड़ेगा। जहां तक उम्र की बात है तो जब राहुल द्रविड़ 38 साल की उम्र में पहला टी-20 इंटरनेशनल खेल सकते हैं तो 37 के कार्तिक दोबारा क्यों नहीं?
37 की उम्र में लाजवाब
यह बात ध्यान रखने की है कार्तिक 37 की उम्र में ही अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहे हैं। टी-20 में अर्धशतक लगाने वाले वे भारत के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी है। तीन महीना पहले ही उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 27 गेंदों पर 55 रन बनाये थे। इस मैच में भारत एक समय 12.4 ओवर में 81 रन पर 4 विकेट गंवा कर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद कार्तिक ने हार्दिक के साथ 33 गेंदों पर 65 रनों की साझेदारी की। हार्दिक ने 31 गेंदों पर 46 रन बनाये थे। इसकी वजह से भारत का स्कोर 169 तक पहुंचा था। बाद में आवेश खान और चहल की शानदार गेंदबाजी के कारण दक्षिण अफ्रीका 87 पर आउट हो गया और भारत 82 रनों से मैच जीत गया। इस मैच को जीत कर ही भारत श्रृंखला में 2-2 से बराबरी आया था। यानी कार्तिक ने अहम मैच के अहम मुकाम पर विजयी पारी खेली थी। आइपीएल 2022 में धमाल मचाने के बाद से ही उनके इस नये अवतार की चर्चा हो रही है।
38 की उम्र में द्रविड़ ने ठोके थे 3 छक्के
टीम इंडिया के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ को क्रिकेट की ‘दीवार' कहा जाता था। टेस्ट मैच के वे शास्त्रीय बल्लेबाज थे। क्रिकेट के ग्रामर के हिसाब से गेंद खेलते थे। एक बार पिच पर लंगर डाल दिया तो फिर हटने का नाम नहीं लेते। 36 टेस्ट शतक मारने वाले वे भारत के महानतम खिलाड़ियों में एक हैं। लेकिन हैरत की बात ये है कि उन्हें 38 साल की उम्र में पहला टी-20 मैच खेलने का मौका मिला था। 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में उन्होंने अपने करियर का पहला टी-20 मैच खेला था। आमतौर पर द्रविड़ को रक्षात्मक बल्लेबाज माना जाता था। लेकिन इस मैच में उन्होंने तीन छक्के ठोक कर सबको हैरान कर दिया था। उन्होंने 21 गेंदों पर 31 रन बनाये थे। 38 साल की उम्र में द्रविड़ ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी। हालांकि ये मैच भारत 6 विकेट से हार गया था लेकिन द्रविड़ को जो भूमिका दी गयी थी उसका उन्होंने पूरी ईमानदारी से निर्वाह किया। इसलिए किसी खिलाड़ी आंकलन उसकी उम्र से नहीं बल्कि प्रदर्शन से होना चाहिए।
कुछ खिलाड़ी अधिक उम्र में और निखरते हैं
उम्र अधिक होने से क्या होता है ? जिसे अच्छा खेलना होता है वह खेलता ही है। मिसबाहुल हक 36 साल की उम्र में पाकिस्तान के कप्तान बने थे। उन्होंने 42 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शतक लगाया था। इंग्लैंड के ज्योफ बायकॉट ने 41 साल और ग्राहम गूच ने 40 साल की उम्र में टेस्ट शतक लगाया था। भारत के विजय मर्चेंट भी 40 साल की उम्र में टेस्ट शतक लगा चुके हैं। इन खिलाड़ियों में इतना कौशल था कि उम्र उनकी राह में बाधा नहीं बन पायी। इंग्लैंड के महान खिलाड़ी जैक हॉब्स ने तो 46 साल की उम्र में टेस्ट शतक मारा था। क्रिकेट इतिहास में बहुत ऐसे खिलाड़ी हुए जिनकी उम्र ज्यों ज्यों बढ़ती गयी त्यों त्यों वे और अच्छा खेलते गये। 37 साल के कार्तिक बिल्कुल फिट हैं और वे इस समय सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे हैं। विकेट के आगे भी और विकेट के पीछे भी। आइपीएल 2022 में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 26 गेंदों पर अर्धशतक लगाया था। उन्होंने मुस्तफिजुर रहमान जैसे धाकड़ गेंदबाज के 18 वें ओवर में चार चौके और दो छक्के लगाये थे। यानी एक ओवर में 28 रन कूटे थे।
वेड और ब्रेथवेट जैसी पारी खेलना चाहते हैं कार्तिक
कार्तिक टी-20 वर्ल्ड कप में उसी तरह की भूमिका निभाना चाहते हैं जैसे 2021 में मैथ्यू वेड ने और 2016 में कार्लोस ब्रेथवेट ने अदा की थी। आखिरी ओवरों में हल्ला बोल कर मैच का रुख अपनी टीम की तरफ मोड़ना। 2021 टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया- पाकिस्तान की भिड़ंत थी। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए अंतिम दो अवरों में 22 रन चाहिए थे। 19वां ओवर शाहीन शाह आफरीदी फेंक रहे थे। मैथ्यू वेड ने आफरीदी के इस ओवर में लगातार तीन छक्के ठोक कर जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया था। 20 वें ओवर की जरूरत ही नहीं पड़ी। 2016 में कार्लोस ब्रेथवेट ने बेन स्टोक के अंतिम ओवर में लगातार चार छक्के मार कर न केवल वेस्टइंडीज को हारा हुआ मैच जिताया बल्कि विश्व चैम्पियन भी बना दिया था। 2022 में भारत को भी ऐसे ही एक खिलाड़ी की जरूरत है।