
धोनी के रन आउट को न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने भी माना 'अविश्वसनीय', विलियमसन और गप्टिल ने दी प्रतिक्रिया
Kane Williamson on MS Dhoni Run out 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में महेंद्र सिंह धोनी का रन आउट होना भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए क्रिकेट इतिहास के सबसे दुखद मोमेंट में से एक था। हर हिंदुस्तानी के लिए वो मोमेंट दुखभरा इसलिए भी था क्योंकि वो मैच धोनी के करियर का आखिरी मैच भी साबित हुआ। जहां एक तरफ हर भारतीय के लिए वो मोमेंट किसी बुरे सपने से कम नहीं था तो वहीं न्यूजीलैंड के खिलाड़ी आज भी उस पल को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानते हैं, इसीलिए न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कप्तान केन विलियमसन और मार्टिन गप्टिल ने धोनी के इस रनआउट को याद किया है। बता दें कि मार्टिन गप्टिल ने ही धोनी के उस रन आउट को अंजाम दिया था।

धोनी टीम इंडिया फाइनल में जरूर ले जाते- विलियमसन
गप्टिल और विलियमसन ने उस रन आउट को याद करते हुए कहा है कि उस महत्वपूर्ण विकेट की वजह से ही उनकी टीम मैच में वापसी कर पाई थी और मैच का रंग पूरी तरह से बदल गया था। विलियमसन ने धोनी के रन आउट को लेकर कहा है कि उस मैच में वो हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण विकेट था, जिसके बाद खेल का रंग पूरी तरह से बदल गया था। विलियमसन ने कहा है कि धोनी उस वक्त अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे और वो भारत को चौथे विश्व कप फाइनल में ले जाने के लिए तैयार थे, लेकिन मार्टिन गप्टिल के तेज थ्रो ने उन्हें पवेलियन भेज दिया और टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदों को झटका दिया।
धोनी को डायरेक्ट हिट से ही आउट किया जा सकता था- गप्टिल
सेमीफाइनल जैसे बड़े मैच में धोनी को रन आउट करने वाले गप्टिल ने कहा है कि जब धोनी ने शॉट खेला तो गेंद की तरफ मेरे अलावा कॉलिन डी ग्रैंडहोम भी दौड़े थे, लेकिन मैं जानता था कि धोनी को सिर्फ डायरेक्ट हिट से ही रन आउट किया जा सकता है, ऐसे में अगर स्टंप पर कोई खिलाड़ी गेंद को पकड़कर मारता तो फिर धोनी रन आउट नहीं होते। धोनी के रन आउट को लेकर विकेटकीपर टॉम लैथम ने कहा है कि मुझे स्टंप के पीछे होना था लेकिन मैं गेंद के पीछे भाग रहा था, लेकिन गप्टिल ने मुझसे पहले गेंद फील्ड कर ली और विकेट पर दे मारी।
धोनी के करियर का आखिरी मैच रहा वो मुकाबला
आपको बता दें कि 2019 वर्ल्ड कप के उस नॉकआउट मुकाबले में इकलौते महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार बल्लेबाजी की थी। धोनी ने 72 गेंदों में 50 रन बनाए थे। धोनी ने जडेजा के साथ मिलकर एक अहम साझेदारी की थी। दोनों के बीच 116 रन की पार्टनरशिप हुई थी। धोनी मैच जिताने के इरादे से ही बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन गप्टिल के शानदार थ्रो ने उन्हें रन आउट कर दिया। धोनी के आउट होते ही भारत मैच से बाहर हो गया था। वो मैच धोनी के करियर का आखिरी मैच भी रहा। माही ने उसके बाद संन्यास की घोषणा कर दी थी।
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