गंवा दिया ना सेमीफाइनल में जाने का शानदार मौका, एंडी फ्लावर ने बताया ऐसे क्यों हार गया जिंबाब्वे
जिम्बाब्वे आज बांग्लादेश (Zimbabwe and Bangladesh) को मात देकर आसानी से अपने ग्रुप में टॉप कर सकता था और सबको हैरान करते हुए अपने सेमीफाइनल में पहुंचने के सपने को साकार करने के और करीब जा सकता था। उन्होंने इससे पहले बड़ी बहादुरी से पाकिस्तान को मात दी ही थी और एक मैच बारिश ने धोया था। लेकिन जिम्बाब्वे आज ऐसा नहीं कर सका जबकि हर तरह से भाग्य उनके साथ था। वै मैच हारने के बाद फिर से फ्री हिट के लिए वापस बुलाए गए क्योंकि गेंद तकनीकी तौर पर नो-बॉल थी क्योंकि बांग्लादेशी कीपर नुरुल ने स्टंप के सामने से बॉल को कलेक्ट किया था और बल्लेबाज को स्टंप किया था।
भाग्य की मेहरबानी का भी फायदा नहीं उठाया
पर भाग्य की मेहरबानी पर भी जिम्बाब्वे सिवाए खिसियाहट के अपने साथ और कुछ नहीं ले गया। कम से कम ये मुकाबला टाई तो हो ही सकता था। हालांकि जिम्बाब्वे ने मैच को इतने करीब लाने के लिए जो प्रयास किए वह उनसे छीने नहीं जाएंगे लेकिन इतने करीब आकर जीतना भी एक आर्ट है ये जिम्बाब्वे को तीन रनों की हार में आज समझ आ गया होगा।
जिम्बाब्वे के दिग्गज एंडी फ्लावर ने भी कहा है कि संयम की कमी के कारण जिम्बाब्वे को ब्रिस्बेन में बांग्लादेश के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ने कहा कि संयम और स्पष्ट सोच की कमी के चलते जिम्बाब्वे को मैच गंवाना पड़ा। उनका मानना है जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने घबराहट दिखाई।
विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने का शानदार मौका था
54 वर्षीय ने कहा कि जिम्बाब्वे के पास विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने का शानदार मौका था, लेकिन निराशा से चूक गए।
जिम्बाब्वे के महानतम बल्लेबाज ने कहा, "उस चेज को देखना बहुत निराशाजनक था। इस खेल से पहले जिम्बाब्वे के पास विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने का इतना बड़ा मौका था। बांग्लादेश और नीदरलैंड को हराना उनके सबसे करीबी लक्ष्य थे, और इस पिच पर 150 रन बनाने थे।"
फ्लावर ने कहा कि तस्कीन अहमद और मुस्तफिजुर रहमान ने बांग्लादेश के लिए अच्छा काम किया है।
यह बांग्लादेश की टूर्नामेंट की दूसरी जीत थी
इस मैच में मोसादेक हुसैन को जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी ओवर में 16 रन का बचाव करने का काम दिया गया था। उन्होंने पहले ब्रैड इवांस का विकेट लिया। हालांकि, रिचर्ड नगारवा ने एक चौका और एक छक्का लगाकर मैदान पर हल्ला करा दिया लेकिन उनके आउट होते ही मुजरबानी भी आउट हो गए जो बाद में नो-बॉल निकली पर मुजरबानी इसका कोई फायदा नहीं उठा सके और हुसैन ने अंत में अपना जज्बा बनाए रखा और बांग्लादेश के लिए मैच जीत लिया। यह बांग्लादेश की टूर्नामेंट की दूसरी जीत थी और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी बड़ी हार से वापसी की।
Photo- ICC
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