कोहली ने मुझे ऐसे घूरा, मैंने नजरें नीची करके बैटिंग की, दिल जोरों से धड़क रहा था: सूर्यकुमार यादव
नई दिल्ली, 20 अप्रैल: विराट कोहली मैदान पर बहुत स्लेजिंग करते हैं और इस बारे में कोई दो राय नहीं है। कोहली को अक्सर मैदान पर उत्तेजित होते हुए, अत्यधिक जोश में चिल्लाते हुए और कुछ ना कुछ बड़बड़ाते हुए सुना जा सकता है। आईपीएल 2022 का एक ऐसे ही सीजन था जब विराट कोहली ने मुंबई इंडियंस के स्टार खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव के साथ स्लेजिंग की। असल में तब सूर्यकुमार यादव प्रचंड फॉर्म में थे और आरसीबी के खिलाफ हो रहे मुकाबले में अपनी टीम को तेजी से जीत दिलाते हुए बल्लेबाजी करते जा रहे थे।
कोहली सूर्यकुमार को घूरते रहे
मैच के दौरान एक ऐसा पल आया जब विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव के बीच नजरों से नजरें मिली, कोहली सूर्यकुमार को घूरते रहे और यह किस्सा उस मैच की टॉप सुर्खियों में आ गया था। 165 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम की शुरुआत काफी स्लो हुई थी लेकिन सूर्यकुमार यादव ने 43 गेंदों पर 79 रनों की पारी खेली। भले ही तब कोहली ने सूर्यकुमार को शब्द से कुछ नहीं कहा लेकिन वे बुरी तरह आंख निकालते रहे।
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टीम के साथियों से कह रहे थे- 'मैं हूं ना।'
उसी मैच में सूर्यकुमार का वह इशारा भी बहुत चर्चा में रहा जिसमें वह अपनी टीम के साथियों से कह रहे थे- 'मैं हूं ना।'
यादव का यह इशारा भी उस मैच की टॉप सुर्खियों में शामिल हुआ था। सुनील कुमार यादव ने प्रजेंटर गौरव कपूर के 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस' पर बात करते हुए कहा कि, विराट कोहली की उर्जा अलग स्तर की है लेकिन उस मैच में कोहली ने एक कदम आगे बढ़कर स्लेजिंग की थी क्योंकि यह मुकाबला दोनों ही टीमों के लिए नाजुक था।
क्या वास्तव में सूर्य कुमार उन क्षणों में शांत थे?
सूर्यकुमार कहते हैं, उनका (कोहली) अपना अंदाज है। मैदान पर उनकी ऊर्जा हमेशा अलग ही स्तर पर होती है। और वह मैच दोनों ही टीमों के लिए महत्वपूर्ण था तो विराट की स्लेजिंग उस मैच में अगले लेवल पर थी। मैं खुद पर फोकस कर रहा था, चाहे कुछ भी हो जाए, अपना फोकस टूटने नहीं देना है और किसी भी हाल में मैच जिताकर देना है।
उस मैच में संयम बरतने के लिए सूर्यकुमार यादव की बहुत तारीफ हुई थी लेकिन क्या वास्तव में सूर्य कुमार उन क्षणों में शांत थे?
मेरा दिल तेज-तेज धड़क रहा था
इस बारे में बात करते हुए सूर्य कुमार कहते हैं, "मैं तब चिंगम चबा रहा था लेकिन अंदर से काफी भयभीत भी था। मेरा दिल तेज-तेज धड़क रहा था। कोहली ने भी कुछ नहीं कहा, मैंने भी कुछ नहीं कहा। मेरे अंदर खुद से एक आवाज आई कि चाहे कुछ भी हो जाए, यह केवल 10 सेकंड का मामला है, तो बिल्कुल शांत रहना है। उसके बाद अगला ओवर होगा और वह (कोहली) मुझे घूरने की स्थिति में नहीं होंगे।"
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मैंने उस मुकाबले में फिर कोहली की ओर देखा ही नहीं
सूर्यकुमार कहते हैं कि तब मेरा बल्ला भी छूट गया था और यह अच्छा हुआ क्योंकि इसने उस पल की गहमागहमी से मेरा ध्यान भंग कर दिया। मैंने उस मुकाबले में फिर कोहली की ओर देखा ही नहीं। मैंने अपनी आंख नीचे रखी और लगातार बल्लेबाजी करता रहा। हमने कभी भी इस टॉपिक पर दोबारा बात नहीं की।"
भले ही विराट कोहली ने उस वक्त घूर कर सूर्यकुमार यादव को बैकफुट पर ला दिया था लेकिन इस खिलाड़ी ने अपने बल्ले से जवाब दिया और मुंबई इंडियंस की टीम बाद में वह आईपीएल टाइटल भी जीत गई थी जो उनका पांचवां खिताब था।