नीलामी में टीमों ने ऐसे 5 फैसले भी लिए, जो IPL 2022 में उनकी भारी भूल साबित हो सकते है
नई दिल्ली, 14 फरवरी: आईपीएल 2022 सीजन की नीलामी पूरी हो चुकी है। बेंगलुरु में यह नीलामी 12 और 13 फरवरी को चली और सभी 10 टीमों ने अपनी स्क्वायड को चुनने के लिए जद्दोजहद की। ईशान किशन सभी की नजरों में छा गए क्योंकि मुंबई इंडियंस ने उन पर 15.25 करोड रुपए खर्च किए। वे नीलामी में सबसे महंगी खरीद भी साबित हुए। दीपक चाहर और श्रेयस अय्यर पर भी बढ़िया पैसे लगे हैं। चाहर 14 करोड रुपए में चेन्नई सुपर किंग्स के पास गए हैं तो वहीं श्रेयस अय्यर 12.25 करोड रुपए में कोलकाता नाइट राइडर्स के हो गए हैं। लेकिन आईपीएल की टीमों ने कुछ ऐसे कदम भी उठाए जो आगे चलकर भारी भूल साबित हो सकते हैं इस आर्टिकल में ऐसे ही 5 गलतियों पर नजर डालते हैं।
1. राजस्थान रॉयल्स ने रियान पराग को 3.8 करोड रुपए में खरीद लिया-
इस निर्णय के पीछे कोई तर्क नजर नहीं आता है। राजस्थान रॉयल्स ने अनकैप्ड खिलाड़ी रियान पराग के लिए करीब ₹40 करोड़ खर्च कर दिए जबकि इस खिलाड़ी में अभी उस तरह की संभावनाएं नहीं दिखाई दी है। पराग आई पी एल 2021 के सीजन में भी कुछ खास नहीं कर पाए थे और प्लेइंग इलेवन में भी उनकी जगह नहीं बनती दिखाई दे रही थी। इस सीजन में अच्छी खासी रकम पा गया यह दाएं हाथ का बल्लेबाज 10 आईपीएल पारियों में 11.63 की औसत से 93 रन ही बना पाया है। ऐसे में राजस्थान ने अपने पैसे उस खिलाड़ी पर फंसा दिए जो अभी तक इतनी सारी अपॉर्चुनिटी मिलने के बावजूद परफॉर्म करने में सफल नहीं रहा।
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2. चेन्नई सुपर किंग्स ने शिवम दुबे को चार करोड़ में खरीद लिया -
आइए अब बात चेन्नई सुपर किंग्स टीम की करते हैं जिनके पास पहले से ही रविंद्र जडेजा, मोईन अली और ड्वेन ब्रावो के तौर पर तीन ऑलराउंडर थे और इन तीनों को ही प्लेइंग इलेवन में जगह मिली है इसके अलावा दीपक चाहर भी एक ऑलराउंडर ही हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि शिवम दुबे प्लेइंग इलेवन में कब होंगे? टीम के पास ऋतुराज गायकवाड, रोबिन उथप्पा, अंबाती रायडू और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी पहले से ही मौजूद है। यह ठीक है कि दुबे मौका मिलने पर तेज रन बना सकते हैं लेकिन निश्चित तौर पर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में वे तब तक जगह बनाते नहीं दिखाई दे रहे जब तक की सीएसके के कोर ग्रुप में से ही कोई सदस्य बाहर ना हो जाए।
3. मार्क वुड को 7.5 करोड रुपए में खरीदा गया-
लखनऊ सुपरजाइंट्स की टीम ने इंग्लैंड के सुपर फास्ट बॉलर को मोटी रकम में खरीद लिया जबकि तेज गेंदबाज का टी20 रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। यह खिलाड़ी अभी तक 19 टी20 इंटरनेशनल खेल चुका है और यहां पर 8.76 की इकॉनमी से रन खर्च भी कर चुका है। उनका एवरेज भी कुछ खास नहीं है क्योंकि वह 25 की औसत रखते हैं। दूसरी बात यह है कि वह स्पीड के लिए तो जाने जाते हैं लेकिन उनकी लाइन लेंथ अभी भी ठीक नहीं है और 7 करोड से भी ज्यादा ऐसे खिलाड़ी पर खर्च करना लखनऊ का स्मार्ट कदम नहीं माना जाएगा। दूसरी बात यह है कि वह आईपीएल के भी अनुभवी खिलाड़ी नहीं है।
4. सनराइजर्स हैदराबाद ने निकोलस पूरन पर मोटा पैसा खर्च कर दिया-
निकोलस पूरन पर सनराइजर्स हैदराबाद ने 10.75 करोड़ का दांव लगाया है। पूरन आईपीएल 2021 में 11 पारियों में 10 से भी कम की औसत से 85 रन बनाने में कामयाब रहे थे। यहां तक कि भारतीय टीम के खिलाफ हालिया ओडीआई सीरीज में भी पूरे 20.33 के औसत से रन ही बनाए। निश्चित तौर पर पूरन तेज बल्लेबाज हैं लेकिन उनमें निरंतरता नहीं है। ऐसे में ₹10 करोड़ से ऊपर खर्च करना ऑरेंज आर्मी का कोई फैसला नहीं माना जाएगा।
5. लियम लिविंगस्टोन को पंजाब किंग्स ने 11.5 करोड़ में खरीदा
पंजाब किंग्स की टीम इस नीलामी में सबसे बड़ा पर्स लेकर उतरी थी और उन्होंने अंग्रेज खिलाड़ी लिविंगस्टोन पर 11.5 करोड रुपए खर्च कर दिए। इस बल्लेबाज का आईपीएल में कोई खास रिकॉर्ड नहीं है और वह 9 मैच में केवल 14 की औसत से ही बल्लेबाजी कर पाए हैं। यहां तक कि क्रिकेट एक्सपर्ट संजय मांजरेकर ने भी इस फैसले पर हैरानी जताई है। इंग्लैंड के क्रिकेटर को पिछले साल लगातार लगातार फेलियर के चलते राजस्थान रॉयल्स की टीम से बाहर कर दिया गया था।