IPL 2023: छक्का मारने में माहिर राणा क्या KKR की कश्ती पार लगा पाएंगे ?
आईपीएल में श्रेयस अय्यर की चोट के बाद नितीश राणा को केकेआर की कमाना थमाई गई है, देखना होगा कि वह टीम को किस तरह लीड करेंगे।
IPL 2023: पिछले साल सातवें स्थान पर रही कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए इस साल भी चुनौतियां कम नहीं नजर आ रहीं। उसे एक अनुभवहीन कप्तान के नेतृत्व में खेलना पड़ेगा। अच्छा खिलाड़ी होना अलग बात है और टीम का नेतृत्व करना अलग बात। जरूरी नहीं कि कोई अच्छा खिलाड़ी, अच्छा कप्तान भी साबित हो। कप्तानी एक आंतरिक क्षमता है जो सीखी नहीं जा सकती। रवीन्द्र जडेजा और महेन्द्र सिंह धोनी के प्रकरण से इस बात को समझा जा सकता है। नीतीश राणा आइपीएल में पहली बार कप्तान की भूमिका में नजर आएंगे। कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें सीजन 2023 के लिए अंतरिम कप्तान बनाया है। जब तक श्रेयस अय्यर फिट नहीं होते केकेआर की कमान राणा के हाथों में रहेगी।
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सिक्सर
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नीतीश राणा एक अच्छे बल्लेबाज हैं, इसमें कोई दो राय नहीं। एक विस्फोटक बैटर के रूप में उन्होंने खूब नाम काम कमाया है। केकेआर ने उन्हें 2018 में खरीदा था तब से वे हर साल अपनी टीम के लिए 300 से अधिक रन बना रहे हैं। उन्होंने 2018 में 304, 2019 में 344, 2020 में 352, 2021 में 383 और 2022 में 361 रन बनाये थे। पिछले साल श्रेयस अय्यर के बाद राणा ही दूसरे सफल बल्लेबाज थे। राणा छक्का लगाने में माहिर हैं। पिछले साल उन्होंने कुल 361 रन बनाने के लिए 22 छक्के लगाये थे। कोलकाता में आंद्रे रसेल के बाद नीतीश राणा दूसरे सिक्सर किंग हैं। 2022 में रसेल ने जहां 32 छक्के लगाये थे वहीं राणा ने 22 छक्के मारे थे।
छक्का मारने में माहिर
2019 में उन्होंने केकेआर की तरफ से 21 छक्के लगाये थे। दरअसल राणा की आइपीएल में इंट्री ही सिक्सर स्पेशलिस्ट के रूप में हुई थी। राणा दिल्ली से रणजी ट्रॉफी खेलते थे। घरेलू क्रिकेट में उनके छक्के बड़े मशहूर थे। उन्होंने दिल्ली की तरफ से खेलते हुए 2015-16 के सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में कुल 21 छक्के लगाये थे। 8 मैचों में करीब 175 की स्ट्राइक रेट से 299 रन बनाये। 2015 में इसी काबिलियत को देख मुम्बई इंडियंस ने उन्हें खरीदा था। मुम्बई से रीलीज होने के बाद वे केकेआर से जुड़े।
राणा की दो अहम पारियां
2019 के आइपीएल में नीतीश राणा ने दो ऐसी आतिशी पारियां खेलीं थी जिनको देख कर टीम प्रबंधन उनका मुरीद हो गया। इसके बाद उन्हें मैच विजेता खिलाड़ी माना जाने लगा। 2019 में आइपीएल का दूसरा मैच केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया था। हैदराबाद ने पहले बैटिंग करते हुए 181 रनों का मजबूत स्कोर बनाया। डेविड वार्नर ने 85, जॉनी बैरिस्टो ने 39 और विजय शंकर ने 40 रन बनाये। अब कोलकाता को एक बड़ा टोटल चेज करना था। उस समय स्पिनर सुनील नरेन कोलकाता को तेज शुरुआत देने के लिए ओपनिंग करते थे। लेकिन कभी-कभी तेज रन बनाने के चक्कर में वे अपना विकेट भी गंवा देते थे। इस जोखिम से बचने के लिए उस दिन नीतीश राणा को ओपनर के रूप में उतारा गया। वैसे वे मध्यक्रम में बैटिंग करते थे।
टीम की जीत के लिए ओपनर भी बने
राणा ने अपनी टीम को निराश नहीं किया। नियमित ओपनर क्रिस लिन जब 7 रन के स्कोर पर आउट हो गये तो राणा पर दवाब बढ़ गया। वे संभल कर खेल रहे थे और रन गति को भी कायम रखा था। फिर उन्होंने रॉबिन उथप्पा के साथ 9.4 ओवर में 80 रनों की साझेदारी कर टीम को मैच में वापस ला दिया। राणा ने 47 गेंदों पर 68 रन बनाये जिसमें 8 चौके और 3 छक्के थे। उथप्पा ने 35 रन बनाये। नीतीश राणा ने कोलकाता की पारी को संभाल लिया था। लेकिन वे 118 के स्कोर पर आउट हो गये । तब तक 15.3 ओवर का ही मैच हुआ था। अब 4.3 ओवर में 64 रनों की जरूरत थी। ऐसे वक्त में आंद्रे रसेल ने मोर्चा संभाला। उन्होंने 19 गेंदों पर 49 रनों की धुआंधार पारी खेली और दो गेंद रहते कोलकाता को जीत दिला दी।
राणा- 13 गेंदों पर 41 रन
2019 में आइपीएल का छठा मैच केकेआर और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेला गया था। इस मैच में राणा ने पंजाब के खिलाफ छक्कों की बौछार कर दी थी। उन्होंने पहले 22 रन 21 गेंदों पर बनाये। लेकिन अचानक उन्होंने गियर बदला और अगली 13 गेंदों पर 41 रन ठोक दिये। 2 चौकों और 7 छक्कों से सजी यह पारी देखने लायक थी। रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज गेंदबाज पर उन्होंने 4 छक्के मारे थे। इस मैच में आंद्रे रसेल ने भी पंजाब के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी थी। उन्होंने मात्र 17 गेंदों पर 48 रन बनाये थे जिसमें 5 छक्के और तीन चौके शामिल थे। राणा और रसेल की पारियों के दम पर कोलकाता ने 4 विकेट के नुकसान पर 218 रन बनाये। इसके जवाब में पंजाब 4 विकेट के नुकसान पर 190 रन ही बना सका और वह 28 रनों से मैच हार गया। एक बल्लेबाज के रूप में राणा अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं। लेकिन अब उन्हें कप्तान के रूप में अपनी योग्यता साबित करनी है।