'पहला वनडे शतक जिंदगी भर याद रखूंगा', पंत को इंग्लैंड में खेलकर मजा आ गया
मैनचेस्टर, 17 जुलाई: ऋषभ पंत ने एक ऐसा शतक लगाया है जिसको वो ताउम्र याद रखेंगे और क्रिकेट के युवा फैन भी इसको जल्दी से भूल नहीं पाएंगे। ऐसी पारियों कुछ ही समय में खेल को खत्म कर देती हैं और जिस तरीके से करती है वह याद बनकर रह जाता है, उसके उदाहरण दिए जाते हैं, वह लीजेंड बन जाते हैं। पंत के किस्से इस संदर्भ में महेंद्र सिंह धोनी से भी ज्यादा हो सकते हैं। उन्होंने जिस तरह से भारत को टेस्ट जीतें दिलाई हैं वह हमको याद है और सफेद गेंद फॉर्मेट का भी वह मिथक तोड़ दिया है कि पंत इस प्रारूप में उतने बेहतर नहीं। पंत ने बताया कि वे ही क्लास हैं बाकी सब विकल्प इसके सामने खल्लास हैं।
पहले वनडे शतक को जीवन भर याद रखना चाहते हैं
भारत ने पंत की हीरो सरीखे प्रदर्शन के दम पर एक और सीरीज जीत ली क्योंकि विकेटकीपर बल्लेबाज ने अंतिम वनडे मुकाबले में इंग्लैंड को धोकर रख दिया। इस बार उनके साथ हार्दिक पांड्या भी थे। केवल हार्दिक ही इस मुकाबले में पंत की आभा का मुकाबला कर सकते हैं क्योंकि वे खुद महान ऑलराउंड प्रदर्शन करके सबका दिल जीत चुके हैं।
भारत के विस्फोटक विकेटकीपर ऋषभ पंत, जो एकदिवसीय मैचों में शतक बनाने वाले केवल चौथे भारतीय विकेटकीपर बने, ने कहा कि वह अपने पहले वनडे शतक को जीवन भर याद रखना चाहते हैं।
मैच हंसते-खेलते जिता दिया
पंत ने माना कि भारतीय गेंदबाजों ने शानदार काम किया। मैनचेस्टर में बल्लेबाजी के अनुकूल पिच पर मेजबान टीम ने केवल 259 रन बनाए।
पंत के 113 गेंदों पर नाबाद 125 और हार्दिक पांड्या के शानदार हरफनमौला प्रदर्शन ने भारत को रविवार को ओल्ड ट्रैफर्ड में तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड पर पांच विकेट से जीत दिलाने और 2-1 से श्रृंखला जीत पूरी करने में मदद की। जीत से पिछले ओवर में डेविड विली को पांच चौके लगाने के बाद पंत ने जो रूट को चार रन पर रिवर्स स्वीप करके 47 गेंद शेष रहते भारत को मैच हंसते-खेलते जिता दिया।
एक समय में सिर्फ एक गेंद पर ध्यान केंद्रित किया
पंत ने मैच के बाद कहा, "उम्मीद है कि मैं अपना पहला वनडे शतक जीवन भर याद रखूंगा। लेकिन जब मैं वहां था, तो मैं एक समय में सिर्फ एक गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा था।"
इससे पहले पंत ने 26 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 85 के शीर्ष स्कोर के साथ पांच अर्धशतक बनाए थे। लेकिन इस बार पंत ने रनों की तोप से गोले उड़ाकर सुनिश्चित किया कि वह शतक तक पहुंचने से पहले आउट न हो।
मुझे इंग्लैंड में खेलने में मजा आता है
पंत ने कहा, "जब कोई टीम दबाव में हो और आप उस तरह बल्लेबाजी करते हों, तो आप यही करना चाहते हैं। मुझे इंग्लैंड में खेलने में मजा आता है और मैं जो भी कर सकता हूं वह करता रहूंगा।"
"जितना अधिक क्रिकेट आप खेलते हैं, उतना अधिक अनुभव आपको मिलता है। यह बल्लेबाजी करने के लिए सबसे अच्छी पिच थी, इसलिए हमारे गेंदबाजों को उन्हें 260 पर रखने का श्रेय दिया जाता है। केवल इस खेल में ही नहीं, उन्होंने श्रृंखला में अच्छी गेंदबाजी की है। वे पूरे साल ही शानदार रहे हैं।"
ODI में पंत का पहला शतक, हार्दिक के साथ मिलकर दिखाया प्रलंयकारी रूप, 2-1 से सीरीज जीता भारत