भारत की लोकप्रिय विदेशी जीत के 5 देशी हीरो, हार्दिक पांड्या का तोड़ नहीं, पंत का जवाब नहीं
मैनचेस्टर, 17 जुलाई: भारतीय क्रिकेट टीम ने बहुत शानदार तरीके से इंग्लैंड को ओल्ड ट्रैफर्ड में मात देकर तीन मैचों की वनडे सीरीज को 2-1 से जीत लिया है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 259 रनों पर ही ढेर हो गई और भारत ने 42.1 ओवर में ही मैच को जीतकर दिखा दिया। भारत की इस जीत में हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत सबसे बड़े जिम्मेदार रहे। हार्दिक ने गेंदबाजी में 7 ओवर में 24 रन देकर चार विकेट लिए और बैटिंग में 71 रन बनाए।
उन्होंने ऋषभ पंत के साथ मैच विजेता साझेदारी बनाकर टीम को निर्णायक मुकाबला जीता दिया। देखते हैं इस श्रृंखला में भारत की जीत के हीरो कौन कौन है।
1. हार्दिक पांड्या-
इस श्रंखला में हार्दिक पांड्या की गेंदबाजी को भारतीय टीम की नई खोज माना जाएगा जिसके चलते उन्होंने अंग्रेजों को लगातार परेशान करके रखा। श्रृंखला के पहले मैच की बात करें तो हार्दिक को ज्यादा कुछ करने का अवसर नहीं मिला उन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया और बल्लेबाजी उनकी नहीं आ पाई थी। लेकिन उन्होंने दूसरे मैच में 6 ओवर में 28 रन देकर दो अच्छे विकेट हासिल किए जो जेसन रॉय और लिविंगस्टोन के थे। दोनों ही आक्रामक खिलाड़ी है।
ODI में पंत का पहला शतक, हार्दिक के साथ मिलकर दिखाया प्रलंयकारी रूप, 2-1 से सीरीज जीता भारत
हार्दिक पांड्या का तोड़ नहीं
हार्दिक ने इसके बाद बल्लेबाजी में भी भारत के लिए संयुक्त तौर पर सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया। हार्दिक ने 44 गेंदों पर 29 रनों की पारी खेली। हार्दिक का सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर प्रदर्शन श्रंखला के निर्णायक मैच में देखने को मिला जहां इंग्लैंड की टीम को उन्होंने 259 रनों पर समेटने में कामयाबी हासिल करते हुए 7 ओवर में 24 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। उन्होंने जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, लिविंगस्टोन और जोस बटलर जैसे खिलाड़ी के विकेट लिए। हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी में भी सुपरहिट साबित हुए और उन्होंने 55 गेंदों पर 71 रनों की बेजोड़ पारी खेलकर पंत के साथ मैच विजेता पार्टनरशिप की।
2. ऋषभ पंत-
ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मुकाबले में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की गेंद पर दो जबरदस्त कैच लपके थे। उन्होंने बेन स्टोक्स को अपने दाई ओर छलांग लगाकर चलता किया और जो रूट का लगभग स्लिप में जा रहा कैच लपका था। यह दोनों ही खतरनाक खिलाडी उस मुकाबले में शून्य पर आउट हुए थे। पंत ने उस मैच में जॉनी बेयरस्टो का भी कैच लिया था। उस मुकाबले में पंत बैटिंग के लिए आ ही नहीं पाए थे।
ऋषभ पंत का जवाब नहीं
हालांकि ऋषभ पंत दूसरे मैच में 0 रनों पर आउट हुए लेकिन उन्होंने तीसरे मैच में फिर से दमदार वापसी करते हुए मैच विजेता पारी को अंजाम दिया और हार्दिक पांड्या के साथ एक तेज शतक की साझेदारी की। पंत ने तीसरे मैच में सफेद गेंद फॉर्मेट का पहला शतक लगाया और 125 रनों की नाबाद पारी खेली। यह ऐसी विध्वंसक पारी थी कि टीम इंडिया ने मानों पलक झपकते ही मैच जीत लिया।
3. जसप्रीत बुमराह-
बुमराह ने पहले वनडे मुकाबले में इंग्लैंड की टीम को 110 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई थी जहां उन्होंने 7.2 ओवर में केवल 19 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे। यह इंग्लैंड में किसी भी भारतीय गेंदबाज का सबसे शानदार वनडे क्रिकेट प्रदर्शन है। भारतीय टीम इसके बाद इतनी कंफर्टेबल हो गई कि 18.4 ओवर में बिना कोई विकेट खोए यह लक्ष्य हासिल कर लिया। बुमराह दूसरे मुकाबले में भी 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लेने में कामयाब रहे लेकिन पीठ की ऐंठन के चलते अंतिम व निर्णायक मुकाबला नहीं खेल पाए।
निश्चित तौर पर बुमराह का असर इस श्रंखला में देखा गया और उन्होंने भारत की जीत में अहम भूमिका अदा की।
4. युजवेंद्र चहल-
युजवेंद्र चहल इस श्रंखला में 7 विकेट निकालने में कामयाब रहे। पहले मुकाबले में जसप्रीत बुमराह की खतरनाक बॉलिंग के चलते उनकी गेंदबाजी नहीं आई लेकिन दूसरे मुकाबले में उन्होंने 10 ओवर में 47 रन देकर चार विकेट लिए थे। भले ही भारत मैच हार गया लेकिन चहल ने अंग्रेजों को 246 रनों पर समेटने में अहम भूमिका अदा की थी। इंग्लैंड ने तीसरा मैच काफी आक्रामक तरीके से खेला जिसके चलते चहल की गेंद पर काफी रन बने, लेकिन उन्होंने अपने जज्बे पर काबू रखते हुए अंतिम क्षणों तक कसी हुई गेंदबाजी करने का प्रयास किया। कई बाउंड्री खाने के बावजूद यह खिलाड़ी 9.5 ओवर में 60 रन देकर तीन विकेट लेने में कामयाब रहा। चहल की फिरकी ने बताया है कि भारत उन पर सफेद गेंद क्रिकेट में भरोसा कर सकता है।
5. रवींद्र जडेजा
जडेजा ने भी इस सीरीज में मौका मिलने पर योगदान देने का भरसक प्रयास किया। पहले मैच में उनके पास ना गेंदबाजी थी और ना ही बल्लेबाजी।
दूसरे मैच में उन्होंने कसे हुए 5 ओवर फेंके और फिर बैटिंग के दौरान संयुक्त तौर पर भारतीय पारी का टॉप स्कोर बनाया।
तीसरे मैच में जडेजा ने हार्दिक पांड्या की गेंद पर जमे हुए बल्लेबाजों जोस बटलर और लियाम लिविंगस्टोन के शानदार कैच लपके। गेंदबाजी में 4 ओवर में 21 देकर 1 विकेट लिया और बैटिंग में नाबाद रहे क्योंकि भारत मैच जीत चुका था। जडेजा ने एक बार फिर खुद को भरोसेमंद थ्री डी खिलाड़ी साबित कर दिया।