गौतम गंभीर ने बताई पिछले दो वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की 'सबसे बड़ी गलती', बोले- ये इस बार ना दोहराना
गौतम गंभीर का मानना है खिलाड़ियों को वनडे वर्ल्ड कप से पहले अगर ब्रेक लेना है तो टी20 या आईपीएल से लिया जाए। आईपीएल हर साल आता है लेकिन विश्व कप चार साल में एक बार आता है।
इस साल भारत को कोई आईसीसी ट्रॉफी जीते एक दशक हो जाएगा। एमएस धोनी के नेतृत्व में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी की जीत के बाद से कप्तान आए और गए लेकिन आईसीसी ट्रॉफी हाथ नहीं लगी। टीम इंडिया करीब तो आई लेकिन अंतिम लाइन को पार नहीं कर पाई है। पिछले दो टी20 वर्ल्ड कप में तो हाल और निराशाजनक रहा था। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि पिछले दो विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन का एक बड़ा कारण बड़े खिलाड़ियों कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और अन्य द्वारा लिया गया लगातार ब्रेक है।
बेस्ट प्लेइंग 11 नहीं ढूंढ सके
सभी जानते हैं भारतीय क्रिकेट अब बड़े खिलाड़ियों के ब्रेक के बगैर अपनी गाड़ी नहीं खींच पा रहा है। ये खिलाड़ी पूरे साल ब्रेक पर ब्रेक ले रहे हैं। हालांकि इनमें से एक भी आईपीएल से कभी ब्रेक नहीं लेता दिखता है पर लगातार ब्रेक लेकर जो लय टूटती है वह पाने में फिर से कुछ मैच लग जाते हैं। हालांकि कई बार खराब फॉर्म से उबरने में ब्रेक मददगार होते है जैसे विराट कोहली ने लंबे ब्रेक के बाद एशिया कप में आकर रन बनाए थे। लेकिन सच यही है मैचों का कोई विकल्प नहीं होता। गंभीर ने कहा कि भारत को एक कोर ग्रुप बनाने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वे एकदिवसीय विश्व कप से पहले हर मैच खेलें। पिछले कुछ सालों में वर्कलोड मैनेजमेंट को 'भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़ी गलती' कहते हुए, पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि इस साल वनडे से ब्रेक लेना कोई विकल्प नहीं है।
अब वनडे से ब्रेक लेने की गलती ना करें
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'रोड टू वर्ल्ड कप ग्लोरी' पर कहा, "मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट ने पिछले दो विश्व कप में सबसे बड़ी गलती यह की है कि इन लोगों ने एक साथ पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेली है। मुझे बताएं कि हमें मैच में कितनी बार बेस्ट प्लेइंग 11 मिली है। हमने केवल विश्व कप के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग 11 रखने का फैसला किया, लेकिन दुर्भाग्य से, वह कभी भी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग 11 नहीं थी।"
2007 और 2011 के विश्व कप विजेता ने कहा कि अगर सीनियर या तेज गेंदबाज आराम चाहते हैं तो वे कुछ टी20 इंटरनेशनल मैच या आईपीएल छोड़ सकते हैं।
विश्व कप जीतना आईपीएल जीतने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण
गंभीर ने कहा "जो लोग तीन से अधिक प्रारूप खेलते हैं, वे निश्चित रूप से टी 20 क्रिकेट से ब्रेक ले सकते हैं, लेकिन निश्चित रूप से वनडे प्रारूप से नहीं। आप आईपीएल को छोड़ सकते हैं। आईपीएल हर साल होता है और विश्व कप चार साल में एक बार होता है। इसलिए, मेरे लिए मुझे लगता है कि विश्व कप जीतना आईपीएल जीतने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।"
गंभीर ने यह भी बताया कि खेल के 50 ओवर के प्रारूप में आपको हर तरह के खिलाड़ी का मिश्रण होना चाहिए। ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी पारी को संवार सकते हैं। वनडे में बदलाव से भी काफी फर्क पड़ा है। उस दौरान हमारे पास केवल एक नई गेंद थी, अब हमारे पास दो नई गेंदें हैं जिनमें पांच फील्डर अंदर हैं। ऐसे में पार्ट टाइमर की भूमिका खत्म हो गई है। आप अब पर्याप्त रिवर्स स्विंग नहीं देखते हैं, और आप फिंगर स्पिनरों को भी दिक्कत में देखते हैं।"
गंभीर ने कहा कि भारत के वनडे विश्व कप अभियान में रोहित शर्मा और विराट कोहली की अहम भूमिका होगी जो इन दोनों का आखिरी वनडे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट भी हो सकता है।
Recommended Video
प्रीमियर लीग के पहले सिख-पंजाबी रेफरी बनकर भूपिंदर सिंह ने रचा इतिहास