SAGAR : मां-बच्चे की मौत पर मांगा इंसाफ तो पुलिस ने सबके सामने कर दिया ऐसा हाल
Sagar News, सागर। मकरोनिया स्थित निजी नर्सिंग होम में पिछले दिनों प्रसव के दौरान हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में नर्सिंग होम व डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे महिलाओं सहित अन्य परिजनों को मंगलवार को पुलिस ने बलपूर्वक हटा दिया।

घटना को लेकर परिजनों ने करीब आधे घंटे तक कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा किया। मौके की नजाकत देख जिला कलेक्टर प्रीति मैथिल भी पहुंच गई थीं। लंबी बातचीत के बाद भी परिजन कलेक्ट्रेट परिसर में ही धरना देने की जिद पर अड़े रहे, हालांकि बाद में वे पीली कोठी के पास चल रहे एक अन्य धरना प्रदर्शन के पंडाल में पहुंच गए।
SIKAR : प्रेमी युगल ने खाया जहर, होटल के कमरे में इस हाल में मिले दोनों

बहस के बाद एक महिला हुई बेहोश
गत माह 23 फरवरी को मकरोनिया स्थित नर्सिंग होम में ग्राम बुधु खेजरा थाना सानौधा निवासी जसोदा पत्नी भूप सिंह अहिरवार की मौत हो गई थी। इस घटना पर मृतका के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा कर अस्पताल में तोड़फोड़ की थी। घटना के विरोध में शहरभर के चिकित्सकों ने भी तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने ज्ञापन सौंपे थे। धरने पर बैठे परिजनों को हटाने दोपहर करीब 12.30 बजे सिविल लाइन व गोपालगंज पुलिस अरिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव व सीएसपी आरडी भारद्वाज के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर मौजूद परिजनों को कलेक्ट्रेट परिसर में धारा 144 का हवाला देकर धरना समाप्त करने की समझाइश की।

हमारी सुनवाई नहीं हो रही
इस पर परिजनों में शामिल हरिनारायण अहिरवार ने आरोप लगाए कि हमारी सुनवाई नहीं हो रही। इस बीच एडीशनल एसपी यादव ने परिसर खाली करने के आदेश दिए। तत्काल प्रभाव से आरक्षकों ने पुरुष प्रदर्शनकारियों को पकड़कर जिला कोषालय के पास खड़े पुलिस वाहन में बैठा कर थाना गोपालगंज भेज दिया। इसके विरोध में महिलाओं ने हंगामा किया और पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए। इसी दौरान एक महिला रोते बिलखते बेहोश हो गई, जिसे पुलिस ने ही अस्पताल भिजवाया।

कलेक्टर बोलीं-दिए हैं जांच के आदेश
घटना की खबर लगते ही मौके पर पहुंचीं जिला कलेक्टर प्रीति मैथिल ने धरना प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को समझाइश की। कलेक्टर ने कहा कि, मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही 15 दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया है। महिलाओं की मांग पर थाने भेजे गए प्रदर्शनकारियों को वापस कलेक्ट्रेट लाया गया। इसके बाद परिजन पीली कोठी के पास चल रहे एक अन्य धरना प्रदर्शन के पंडाल में पहुंच गए। इधर इस मामले में हरिनारायण अहिरवार ने पुलिस पर मारपीट करने व जातिगत शब्दो से अपमानित करने के आरोप लगाए। इस दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी संगीता सिंह, गोपालगंज प्रभारी अभीषेक वर्मा व मोतीनगर थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।