राजस्थान : भरी सभा में सरपंच पति का कबूलनामा, खूब फर्जी वोट मिले थे तब चुनाव जीते, वीडियो वायरल
सीकर। राजस्थान पंचायत चुनाव 2020 में सीकर जिले की फतेहपुर शेखावाटी पंचायत समिति की सहनुसर ग्राम पंचायत एक का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में नवनिर्वाचित सरपंच के पति का फर्जी वोटों को लेकर कबूलनामा है। दरअसल, 10 अक्टूबर 2020 को फतेहपुर शेखावाटी की सहनुसर ग्राम पंचायत में सरपंच के चुनाव हुए थे। गांव के सरकारी स्कूल में तृतीय श्रेणी शिक्षक बजरंग सिंह कविया की पत्नी कमलेश कंवर ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी।
Recommended Video
राजस्थान की 26 वर्षीय कंचन शेखावत कमाती है 1.70 करोड़ रुपए, गांव किरडोली से यूं पहुंची अमेरिका
वीडियो में क्या बोला सरपंच पति ने
इसके बाद गांव में धन्यवाद सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सरपंच पति शिक्षक बजरंग सिंह कविया ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेरी आंखों से उस समय आंसू छलक आए थे। जब मतदान दिवस को शाम चार बजे सारे लोग निराशा की ओर जा रहे थे। तब मेरे पास पढ़ी हुई बच्ची का फोन आया और उसने बोला कि गुरुजी घबराओ मत। हम आपके साथ हैं। हमें बताओ कितने वोट फर्जी देने हैं।
सरपंच चुनाव में हारे हुए प्रत्याशी को ग्रामीण देंगे सालभर का राशन व हर माह 15 हजार रुपए, जानिए वजह
फर्जी वोटर कर डाला कमाल-शिक्षक
शिक्षक कविया ने कहा कि उस बच्ची ने सात-सात आठ-आठ वोट फर्जी देकर कमाल कर दिया। पता नहीं मैं उन बच्चियों का ऋण कैसे चुका पाउंगा। निश्चित रूप से उन्होंने अपने गुरु का आदर किया। गुरु का मान रखा। गुरु का सम्मान किया। बच्चों में आपको विश्वास दिलाता हूं आपने विजयी बनाने का काम किया है। अब मैं भी अपने बच्चों की तरह मानकर सेवा करूंगा। जितना मुझसे हो पाएगा। शत-प्रतिशत आपकी भावनाओं को आदर करने में लगा दूंगा।
राजस्थान का पहला मामला : 84 वोट से सरपंच चुनाव हारने वाले को ग्रामीणों ने दिए 21 लाख रुपए, जानिए वजह
वीडियो को बताया फर्जी
सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस वीडियो की वन इंडिया हिंदी पुष्टि नहीं करता है। खुद सरपंच बजरंग कविया ने वीडियो को फर्जी बताया है। मीडिया से बातचीत में कविया ने कहा कि पूरा प्रशासन वहां मौजूद था। कोई वोट फर्जी नहीं डाला गया।
मामले की करवाएं जांच
जीत के बाद जोश जोश में दिए गए सरपंच पति के भाषण के इस वायरल वीडियो ने सीकर जिला प्रशासन की चुनाव व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। हालांकि सीकर जिला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी अविचल चतुर्वेदी का कहना है कि पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी। शिक्षक को नोटिस भी जारी किया जाएगा।