राजस्थान कांग्रेस में बगावत के सुर, अशोक गहलोत के समर्थन में उतरे विधायक
जयपुर, 25 सितंबर। राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं नजर आ रहा है। एक तरफ जहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही है तो दूसरी तरफ बगावती सुर भी उठने लगे हैं। कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अगर 101 विधायक बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो क्या सरकार बहुमत नहीं खो देगी। मैं बैठक में हिस्सा नहीं ले रहा हूं। मेरे घर पर विधायक हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस विधायक ने बगावत के सुर छेड़े हैं तो दूसरी तरफ निर्दलीय विधायक सन्यम लोढ़ा ने कहा कि हमारी मांग है कि अशोक गहलोत को प्रदेश का मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए। अगर विधायकों की पसंद से नेता चुना जाता है तो सरकार बेहतर चलती है, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो सरकार के गिरने का खतरा बना रहता है।
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बता दें कि जयपुर में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हो रही है। इस बैठक में पर्यवेक्षक के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे भी पहुंचे हैं। वहीं इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस में शुरुआत से ही यह परंपरा रही है कि जब भी विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री का चेहरा चुनने के लिए होती है, हम एक लाइन का प्रस्ताव पास करते हैं कांग्रेस अध्यक्ष को इसका अधिकार देते हैं। आज भी यही होगा। वहीं कांग्रेस विधायक आमीन खान ने कहा कि अशोक गहलोत ने हमसे कहा है कि नामांकन के लिए आगे आए, वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन 28 सितंबर को करेंगे, हम इसके लिए उनका समर्थन करेंगे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि अशोक गहलोत 28 सितंबर से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उनके इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे सचिन पायलट का नाम चल रहा है। जबकि शांति धारीवाल का नाम भी आगे चल रहा है। उनके घर पर भी आज 50 से अधिक विधायकों की बैठक हुई थी।